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विदेशो में वेस्ट मैनेजमेंट ज्यादा अच्छा: प्लास्टिक एसो. ...

इखलाक मिर्ज़ा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई प्लास्टिक एसो की अहम बैठक
 
कानपुर महानगर व आसपास के समस्त प्लास्टिक व डिस्पोजल व्यापारी सामिल होकर अपने विचार रखे बैठक में व्यापारियों ने अपनी पीड़ा जाहिर की यदि सरकार व्यापार रोजगार को बढ़ावा नही देगी व्यापारियों को सुरक्षा नही देगी तो प्रदेश का व्यापारी अपने आपको कैसे सुरक्षित महसूस करेगा।  

अध्यक्ष इखलाक मिर्ज़ा ने बताया

यदि सरकार स्वास्थ पर्यावरण के नुकसान के नाम पर इस उद्योग को बन्द करना चाहती है तो बिल्कुल बन्द कर दो लेकिन सरकार सिर्फ इतना बता दे कि स्वास्थ्य व पर्यावरण को नुकसान सिर्फ पालीथिन व डिस्पोजल ही पहुंचा रहे है कुरकुरे अंकल चिप्स लेस पारले हिन्दुस्तान यूनीलिवर के शैम्पू तेल मंजन मसाले साबुन आदि बहुत सारे वस्तुएँ जो प्लास्टिक पोलिस्टर पाउच में पैक होकर आ रहे है क्या इस प्लास्टिक से स्वास्थ्य व पर्यावरण को कोई नुकसान नहीँ हो रहा है? 
जब कि यह प्लास्टिक पोलिस्टर पाउच रिसाइकिल नही होता है कूड़ा बीनने वाले इन्हें बीनते व उठाते नही है ये दोबारा गलते व बिकते भी नही है जबकि हमारी पालीथिन व डिस्पोजल पूरी तरह रिसाइकिल होता है लाखों कूड़ा बीनने वाले इन्हें उठाकर इकठ्ठा करके कबाड़ी को बेचकर अपनी जीविका पार्जन करते है दुनिया मे सिर्फ प्लास्टिक ही ऐसा मैटीरियल  है जो 10 बार रिसाइकिल हो सकता है हमारे देश की अपेक्षा विदेशो में हमसे चार गुना ज्यादा प्लास्टिक इस्तेमाल करते है लेकिन उनका वेस्ट मैनेजमेंट (कचरा प्रबन्धन) हमसे कई गुना ज्यादा अच्छा है। 

महामन्त्री विष्णु डालमिया ने बताया

 ऐसी विकट परिस्थित में जब देश आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा है लघु उद्योग बन्द हो रहे है बड़ी बड़ी कंपनियां अपने कर्मचारियों को नौकरी से निकाल रहे है ऐसे में हमारा प्लास्टिक व डिस्पोजल उद्योग प्रदेश में 25 लाख लोगों को नौकरी देने का काम कर रहा है। 

वरिष्ठ उपाध्यक्ष रोशन गुप्ता ने बताया

यदि सरकार इस उद्योग को बन्द कर रही है तो बन्द कर दे  व्यापारी सरकार के साथ है सरकार को यह जवाब देना पड़ेगा इसका विकल्प क्या है जो फैक्ट्री उद्योग धन्दे बन्द होंगे करोड़ो रू की लागत से मशीनों का क्या होगा ? जो बैंक से कर्ज लेकर उद्योग चल रहा है उसका क्या होगा ? जो लाखों मजदूर परिवार बेकार हो जाएंगे उनका क्या होगा जब सरकार एक देश एक राष्ट्र एक कानून एक झंडे की बात करती है तो अलग अलग प्रदेशो में अलग अलग व्यवस्ता कैसे है 51 माइक्रॉन दिल्ली में चालू है आसाम में प्लास्टिक के छोटे चाय वाले गिलास बन्द है पानी के गिलास चालू है सरकार हमारे मानक तय कर दे जिससे कि प्लास्टिक का इस्तेमाल कम से कम हो हम उसी के अनुरूप काम करने को तैयार है।

कोषाध्यक्ष परमानन्द राठौर ने बताया

कानपुर प्लास्टिक एसो ने हमेशा सरकार के अनुरूप शासन प्रशासन का सहयोग किया है लेकिन पर्यावरण के नाम पर हमारी बली चढ़े और बहुराष्ट्रीय कम्पनियों के सामान प्लास्टिक के पॉलिस्टर पाउच में बिके। यह कतई बरदास्त नहीँ किया जाएगा क्यों कि जिस पालीथिन पर प्रतिबंध लगा हुआ है कुल कचरा में इसकी भागीदारी 25% की है यह रिसाइकिल होता है 15% चला गया रिसाइकिल में जब कि पॉलिस्टर पाउच कुरकुरे अंकल चिप्स शैम्पू तेल साबुन आदि कम्पनियो की प्लास्टिक का कचरे में भागीदारी 75% की है जिस पर कोई प्रतिबन्ध नही है जिसे अब बरदास्त नही किया जाएगा ।बैठक में सर्व सम्मति से यह प्रस्ताव पास किया गया हम अपनी बात अपनी पीड़ा सरकार को बताएंगे लेकिन अन्याय व उत्पीड़न  बर्दाश्त नही करेंगे शासन प्रशासन को सहयोग करते हुए कोई भी प्रतिबन्धित सामान का क्रय विक्रय नहीं करेंगे कानपुर प्लास्टिक एसो किसी भी व्यापारी का उत्पीड़न बर्दाश्त नही करेगा।


 बैठक में प्रमुख रूप से उपस्थित

अध्यक्ष इखलाक मिर्ज़ा महामन्त्री विष्णु डालमिया कोषाध्यक्ष परमानन्द राठौर रोशन गुप्ता टिम्मी शर्मा त्रिलोकी तिवारी सुरेश केसरवानी भरत केसरवानी रहमान मिर्ज़ा अमन अग्रवाल प्रेम गुप्ता अजय अरोड़ा सुधीर विज पंकज गुप्ता राजेश श्रीवास्तव रवी पाण्डे जगदीश हेमराजनी अरुण पोद्दार सुरेश अग्रवाल बंटी मनोज मग्गो मन्नू हरीश चंद्र दीपू आहूजा राज कुमार सचवानी विशाल शंकर अनिल जायसवाल ओमप्रकाश राजेन्द्र सिंह होरा राजा पिंकी प्लास्टिक दीपक राठौर पप्पू नरेश कुमार के डी मनीष हटिया राहुल राठौर अमर गुप्ता इशाक अग्रवाल गोविंद गुप्ता कमलेश शुक्ल बाल किशन अमित अरोड़ा शिवम गुप्ता प्रवीण बजाज बउवा रस्तोगी शैलेन्द्र गौड़ सुशील जायसवाल अविनेश गुप्ता आदि लोग मौजूद रहे।

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