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पैगंबर मोहम्मद साहब पर की अशोभनीय टिप्पणी से थे सुर्ख़ियो मे ...

राम जन्मभूमि मामले में भी पक्षकार थे कमलेश तिवारी

हिंदू महासभा के पूर्व नेता कमलेश तिवारी की शुक्रवार को दिनदहाड़े हत्या कर दी गई। उनकी हत्या लखनऊ के खुर्शीद बाग इलाके में उन्हीं के ऑफिस में गला रेतकर की गई। कमलेश तिवारी की हत्या ऐसे समय में की गई है, जब कुछ ही दिनों में सुप्रीम कोर्ट अयोध्या के राममंदिर केस में फैसला देने वाला है। कमलेश तिवारी भी राममंदिर केस में पक्षकार थे। उन्होंने वर्ष 2010 में हिंदू महासभा के प्रदेश अध्यक्ष पद पर रहते हुए इस मामले में एक वाद दाखिल किया था। बाद में उन्होंने हिंदू समाज पार्टी नाम से एक राजनीतिक दल बना लिया था, लेकिन बावजूद इसके वे हिंदू समाज की आवाज के रुप में मुखर थे।

लग चुकी थी रासुका

कमलेश तिवारी अपने विवादित बयानों के कारण कई बार सुर्खियों में रहे थे। उन पर रासुका भी लगाई गई थी और उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था। एक धर्म विशेष पर टिप्पणी करने के कारण एक संगठन ने उनको जान से मारने की धमकी भी दी थी। जान से मारने की कई धमकियों के चलते उन्हें सुरक्षा भी मिली हुई थी। लेकिन हत्या के समय उनके सुरक्षा गार्ड उनके पास नहीं थे। यह जानकारी भी सामने आई है कि उन्होंने प्रदेश सरकार से अपनी सुरक्षा बढ़ाने की भी मांग भी की थी।    

आईएसआईएस की तर्ज पर हुई हत्या की हो जांच

हिंदू महासभा के नेता स्वामी चक्रपाणि ने अमर उजाला से बताया कि राममंदिर पर फैसला आने वाला है और ऐसे समय में एक पक्षकार की हत्या होना बेहद गंभीर मामला है। उनकी हत्या जिस तरह से की गई है, यह आईएसआईएस जैसे आतंकी संगठनों का तरीका है। केंद्र और यूपी सरकार को इस मामले को गंभीरता से लेते हुए इसकी हर कोण से जांच करानी चाहिए, जिससे समाज का माहौल खराब न हो।

परिवार वालों को मिले सुरक्षा

विश्व हिंदू परिषद के नेता विजय शंकर तिवारी ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि हिंदू समाज के हितों की आवाज उठाने वाले एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई। उन्होंने कहा कि मामले की जांच कर सभी अपराधियों को तत्काल कड़ी सजा दी जानी चाहिए। उन्होंने तिवारी के परिवार वालों की सुरक्षा और भरण-पोषण को भी निश्चित किये जाने की मांग की।  

सीसीटीवी फुटेज में दिखे बदमाश

बताया गया है कि कमलेश तिवारी लखनऊ के खुर्शीद बाग स्थित कार्यालय में कुछ लोग उनसे मिलने आए थे। सीसीटीवी फुटेज में कुछ लोग उनके ऑफिस में आते हुए दिखाई पड़े हैं। बदमाशों ने कार्यालय में उनके साथ चाय भी पी है। उसके बाद उनकी गला रेतकर हत्या की गई। उनके गले और पेट में 15 चाकू के वार किये गए हैं। भागने के पहले बदमाशों ने उन्हें गोली भी मारी है।   

क्या कहती है पुलिस

पुलिस कर रही प्रत्येक बिंदू पर जांच, प्रथम दृष्टि में कारण आपसी रंजिश हत्यारों से परिचित थे कमलेश तिवारी। चश्मदीद अनुसार चाय मसाला सिगरेट का सेवन किया, किसी विवाह के मुद्दे पर चल रही थी बात। क्यो छोड़ा हत्या में इस्तिमाल किया गया पिस्टल सब बिंदुओं पर पुलिस की नज़र। अफ़वाहों पर ध्यान नही देने की अपील।

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