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क्षुब्द पिता ने भी फिनायल पी आत्महत्या ...

तीनो आरोपी गिरफ़्तार

यूपी- नही रुक रहा आधी आबादी के ख़िलाफ़ जघन्य अपराधों का सिलसिला। उन्नाव जनपद में 4 वर्षीय मासूम बालिका को अपनी हवस का शिकार बना गला रेत की पड़ोसी ने हत्या।

जनपद उन्नाव के बीघापुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत स्थित ग्रामसभा अकवाबाद के निवासी अनिल सिंह (32 वर्ष) पुत्र स्वर्गीय शंकर सिंह अपने पूरे परिवार के साथ के सिलवासा के दमनदीप क्षेत्र के नरौली गांव में रहकर रिलायन्स कम्पनी में प्राइवेट कर्मचारी के तौर पर नौकरी करके अपने परिवार का भरण-पोषण करते थे , विगत 5 वर्षों पहले उनकी शादी हुई थी, उन्हें 4 वर्षीय पुत्री व 1 माह का पुत्र है ,उनकी जिंदगी खुशहाली से चल रही थी कि अचानक पड़ोसियों की बुरी नजर उनके परिवार को लग गयी, सिलवासा क्षेत्र के नरौली गांव में उनके पड़ोसियों द्वारा की गई शर्मनाक व इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली ह्रदयविदारक घटना घटित हुई, जिसमें उनकी 4 वर्षीय बच्ची के साथ शर्मनाक हरकत कर उसे धारदार हथियार से गला रेत कर मौत के घाट उतार दिया गया, उनकी 4 वर्षीय बच्ची अपने दोस्तों के साथ अपार्टमेंट के बाहर रोज की भांति शाम 3 बजे से खेल रही थी,पड़ोसी उसे बहला-फुसलाकर अपने साथ कमरे में ले जाकर शराब पीकर नशे की हालत में जघन्य अपराध (रेप) को अंजाम दिया फिर धारदार हथियार से गला रेत कर शरीर से गला अलग कर हत्या कर दी और बच्ची के शरीर के टुकड़े बोरी में भरकर फ्लैट की इलेक्ट्रिक शॉफ्ट में रख दिया, काफी समय बच्ची के घर वापस न आने पर माता-पिता परेशान होकर बच्ची को खोजने लगे ,शाम 7 बजे तक बच्ची की कोई जानकारी न मिलने पर परिवार द्वारा नजदीक के थाने में बच्ची के गुमशुदा होने का शिकायती पत्र दिया गया, पुलिस ने देर न करते हुए तुरंत कार्यवाही कर अपार्टमेंट के लगभग 40 से ज्यादा फ्लैटों में छापा मारा और एक फ्लैट के बाथरूम की कांच की टूटी खिड़की देखकर उन्हें सन्देह हुआ तो फ्लैट में रहने वाले व्यक्ति से कड़ी पूंछताछ की, जिसमे पूंछताछ में सामने निकलकर आया कि पड़ोसी ने बच्ची के साथ हुए जघन्य अपराध को कबूला, अपराध में शामिल दोनों पड़ोसी युवक झारखंड के रहने वाले मुस्लिम परिवार से सम्बद्ध रखते हैं और हत्या कर बोरी में रखे हुए बच्ची के शव के टुकड़ों को दिखाया, बच्ची का शव रात 9 बजे पुलिस को काफी मशक्कत के बाद मिली, यह देखकर बच्ची के पिता को गहरा सदमा लगा ,उन्होंने अपना आपा खो दिया और भागकर घर पर रखा हुआ फिनायल पी लिया,जिससे उनकी शारीरिक दशा बिगड़ने लगी, उनकी बिगड़ती शारीरिक स्थिति देख कर नजदीकी लोगों द्वारा उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने के लिए आनन-फानन ले जाया गया ,जहां पर डॉक्टरों की टीम ने उन्हें मृत घोषित कर दिया,अपराधियों को हिरासत में लेकर कड़ी कार्यवाही कर अपराध में शामिल दोनों मुस्लिम युवकों के खिलाफ मुकदमा संगीन धाराओं में पंजीकृत कर उन्हें जेल भेज दिया गया और 32 वर्षीय पिता एवम 4 वर्षीय बेटी दोनों का पोस्टमार्टम कर वहीं उनका अन्तिम संस्कार किया गया, इस ह्रदयविदारक घटना की जानकारी सुनकर गांव में चारों तरफ मातम पसरा रहा, लोगों की भीड़ घर पर सान्त्वना देने के लिए जमी रही, इस दुःख के मौके पर बीघापुर प्रथम से जिला पंचायत सदस्य पद हेतु माननीय नरेंद्र विक्रम जी ने पीड़ित परिवार को अपना परिवार मानते हुए सहानुभूति दिखाई और पीड़ित परिवार को 5000 रुपये नगद धनराशि के तौर पर आर्थिक व पारिवरिक मदद भी की और आगे भी साथ व सहयोग देने की तसल्ली व सांत्वना दी, इस मौके पर धर्मेन्द्र सिंह "पत्रकार", सुनील तोमर, जगन्नाथ सिंह, जगनायक सिंह, अंकित सिंह,रिशन सिंह, सन्तबख़्स सिंह, गोविंद शंकर आदि लोगों ने अपराधियों को फांसी की सजा की मांग की और और पीड़ित परिवार को हरसंभव सहायता करने का आश्वासन दिया।

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