Total Visitors : 5 8 1 3 7 9 5

सपा भाजपा में शय मात का खेल, निर्दलीय है निर्णायक ...

मंत्री महाना ने संभाली कमान; सपा से दो नाम चर्चा में

कानपुर जिला पंचायत अध्यक्ष प्रत्याशी को जिताने के लिए चुनावी गोटे बिछाई जा चुकी है। सभी चाल चली जा रही हैं। सिर्फ जीत और हार के प्रमाण पत्र बांटे जाने बाकी रह गए हैं। पंचायत चुनाव के बाद 2 महीने के वक्त में रिजल्ट के मायने ही बदल कर रख दिए हैं। नए परिणाम में धन और बाहुबल तय करेगा कि कौन पंचायत अध्यक्ष बनेगा। कानपुर नगर पंचायत अध्यक्ष अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट है। इसमें भाजपा और सपा दोनों ही अपनी ताकत झोंक रही है, लेकिन भाजपा का जिला पंचायत अध्यक्ष बनना लगभग तय माना जा रहा है। कानपुर जिला पंचायत अध्यक्ष को जिताने की जिम्मेदारी भाजपा के कद्दावर और शीर्ष नेता सतीश महाना को सौंपी गई है।

सबसे ज्यादा सीटें सपा के खाते में

कानपुर जिला पंचायत में कुल 32 सीटें हैं। जिनमें से 11 सदस्यों के साथ पहले पायदान पर समाजवादी पार्टी है। भाजपा के खाते में 8 सीट जीत कर दूसरे नंबर पर हैं। 7 निर्दलीय हैं। यही निर्णायक साबित होने वाले हैं। बसपा 5 सीट जीत पाई है। कांग्रेस और आप ने सभी 32 सीटों पर चुनाव लड़ने की कोशिश भर की।

भाजपा से दो प्रत्याशी चर्चा में

भाजपा ने कानपुर जिला पंचायत अध्यक्ष को जिताने की जिम्मेदारी कैबिनेट मंत्री सतीश महाना को सौंपी है। सतीश महाना अपनी जिम्मेदारी को लेकर सक्रिय भी हो गए हैं। लगभग प्रत्याशी भी तय कर लिया गया है। भाजपा में दो नाम सामने आए हैं। जिनमें एक स्वप्निल वरुण है, कमल रानी वरुण की बेटी हैं। कमल रानी वरुण भाजपा में विधायक, सांसद और योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री रही हैं। पिछले ही साल कोरोना संक्रमण से उनकी मौत हो गई थी। सहानुभूति के नाते भाजपा उनकी बेटी स्वप्निल वरुण को जिला पंचायत अध्यक्ष का उम्मीदवार बना सकती है। घाटमपुर के विराखी क्षेत्र से जीतकर आई हैं। दूसरा नाम राजा दिवाकर का चर्चा में है। इनकी पत्नी प्रियंका दिवाकर पहले भी जिला पंचायत सदस्य रह चुकी हैं। यह नाम बिठूर से भाजपा विधायक अभिजीत सिंह सांगा के तरफ से आया है। मतलब सांगा चाहते हैं कि यदि जिला पंचायत अध्यक्ष उनका हो गया तो उनका राजनीतिक कद भी बढ़ेगा और उनको 2022 के विधानसभा चुनाव की राह आसान रहेगी।

सपा से दो नाम चर्चा में समाजवादी पार्टी ने कानपुर जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए अपने पुराने कार्यकर्ता राजू दिवाकर का नाम लगभग फाइनल कर दिया है लेकिन इसी के साथ सपा के पुराने जुझारू और सक्रिय कार्यकर्ता राम लखन की पत्नी नीना गौतम नाम भी अध्यक्ष पद की दावेदारी में चर्चा में है। समाजवादी पार्टी की तरफ से कमान कल्लू यादव और ग्रामीण जिला अध्यक्ष ने संभाल रखी है। लगातार निर्दलीय और बसपा के सदस्यों से संपर्क साधा जा रहा है।

निर्दलीय और बसपाइयों पर निगाहें

सभी निर्दलीय जिला पंचायत सदस्यों की पौ बारह है। उनकी दसों उंगलियां घी में और सर कढ़ाई में है। पार्टियों के दौर चल रहे हैं। साथ ही रूठने और मनाने का भी सिलसिला जारी है। जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए सपा के जिन जिम्मेदारों को कमान सौंपी गई उनका विश्वास टूटा नजर आ रहा है। सपा के कानपुर ग्रामीण अध्यक्ष राघवेंद्र सिंह यादव का कहना है कि बहुमत उनके साथ है। निर्दलीय एवं बसपाई उनसे संपर्क में है। जबकि भाजपा के ग्रामीण अध्यक्ष कृष्ण मुरारी शुक्ल अपनी जीत को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त हैं। इतना ही नहीं उन्होंने जीत के आंकड़े को भी बताने में कोई गुरेज नहीं की। उनका दावा है कि 18 की संख्या उनके साथ है।साथ ही दावा किया कि यह संख्या अभी और बढ़ेगी।

 

Related News

Leave a Reply