राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह पर कार्रवाई के लिए मांगी .. ...
राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। आचार संहिता उल्लंघन के मामले में चुनाव आयोग ने राष्ट्रपति के पत्र लिखा। इस पत्र में आचार संहिता उल्लंघन के बारे मे विस्तार से बताया गया है, साथ ही कल्याण सिंह पर आगे कि कार्रवाई करने के लिए राष्ट्रपति से मंजूरी मांगी गई है। राज्यपाल कल्याण सिंह ने अलीगढ़ में प्रधानमंत्री मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री बनाने का समर्थन किया था, जिसे आयोग ने चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन माना है।
अलीगढ़ में 25 मार्च को राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह ने सभी देशवासियों को बीजेपी कार्यकर्ता बताया था। उन्होंने कहा, 'हम सभी बीजेपी कार्यकर्ता हैं, हम चाहते हैं कि बीजेपी ही चुनाव जीते। हम चाहते हैं कि नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनें ये देश के लिए बहुत जरूरी है।
कल्याण सिंह 24 जून 1991 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद उन्होंने इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए 6 दिसंबर 1992 को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। वह 1993 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अतरौली और कासगंज से विधायक निर्वाचित हुए। कल्याण सिंह 21 सितंबर 1997 से 12 नवंबर 1999 तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। 1999 में कल्याण सिंह ने सपा गठबंधन से नाता तोड़ लिया और जनवरी 2004 में बीजेपी से जुड़े। 2004 के आम चुनावों में उन्होंने बुलंदशहर से बीजेपी के उम्मीदवार के रूप में लोकसभा चुनाव लड़ा। 2009 में उन्होंने एक बार फिर से बीजेपी छोड़ दी और एटा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय सांसद चुने गए।
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