इस्लाम के बारे में अपशब्द,मुस्लिम फाईटर ने कर दी जमकर धुनाई ...
मार्शल आर्ट की दुनिया के चैंपियन कॉनर मैकग्रेगर ने यू एफ सी के फ़ाइनल से पहले रूस के मुस्लिम फाईटर खबीब नूरमागोमेडोव के साथ बदतमीज़ी करी,और उसे ज़बरदस्ती शराब पिलाने की कोशिश करी तथा इस्लाम और खबीब के पिता के बारे में अपशब्द कहे तथा उसके मिस्री मैनेजर को आतँकवादी बताया जिसके जवाब खबीब ने रिंग में उतरे चैंपियन को धूल चटा कर दिया।
बताते चले,खबीब रूस के रहने वाले हैं और एक सुन्नी मुसलमान हैं जो इस्लाम और शरीयत पर पाबंदी के साथ अमल करते हैं,मुक़ाबला जीतने के बाद खबीब ने विरोधी की टीम पर भी हमला बोल दिया और उनकी जमकर धुनाई की क्योंकि वो उसके बारे में अशोभय शब्दों का प्रयोग कर रहे थे।इससे पहले भी खबीब नूरमागोमेडोव को इस्लामोफोबिया का शिकार होना पड़ा है,जब वो एक बस में यात्रा कर रहे थे तो उन पर हमला किया गया था जिसमें हमलावर पकड़ा गया था और उसको जेल काटनी पड़ी थी।यू एफ सी के फाइनल मुकाबले से पहले खबीब से लड़ने वाले मार्शल आर्ट चैंपियन मैकग्रेगर ने उन पर अभद्रता करी और खबीब के परिवार और उसके मुस्लिम मान्यताओ और इस्लाम के बारे में अपमानजनक बाते करी और खबीब के शहर के बारे में अशोभय टिप्पणी करी थी।
मैकग्रेगर ने मुक़ाबले से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुस्लिम फाईटर खबीब नूरमागोमेड को अपने स्वयं के ब्रांड व्हिस्की की पेशकश की।तुम क्यों नहीं पीते हो? मैकग्रेगर नेे गुरुवार को नूरमागोमेडोव के मिस्र के प्रबंधक को “आतंकवादी” भी कहा। खबीब नूरमागोमेडोव ने विश्व चैंपियनशिप जीतने के बाद कहा कि“वह मेरे धर्म के बारे में बात करता है,वह मेरे देश के बारे में बात करता है,वह मेरे पिता के बारे में बात करता है,वह ब्रुकलिन के पास आ जाता है और उसने बस तोड़ दी,उसने लगभग दो लोगों को मार डाला–इसके बारे में क्या?”
“यह गन्दी बातें करने वाला खेल नहीं है।यह एक सम्मानित खेल है।मैं इस खेल को बदलना चाहता हूं।मैं नहीं चाहता कि लोग विरोधियों के बारे में बात करें, अपने पिता के बारे में बात करें आप धर्म के बारे में बात नहीं कर सकते।आप राष्ट्र के बारे में बात नहीं कर सकते,तुम्हें पता है? दोस्तों,आप इस सामान के बारे में बात नहीं कर सकते हैं और आप जानते हैं,मेरे लिए यह बहुत महत्वपूर्ण है।
मिश्रित मार्शल आर्ट्स (एमएमए) लेखक जॉन मॉर्गन,जो शनिवार की लड़ाई में उपस्थित थे और मुक़ाबले के बाद हुए विवाद को देखा था ने कहा कि यूएफसी को यह देखने की जरूरत है कि कैसे खिलाड़ी मुक़ाबले को धार्मिक और जातीय अपमान का कारण बना रहे हैं,जो खेल के लिये बड़ा दुर्भाग्य है। उन्होंने कहा,“मुझे लगता है कि सभी लोगों को यह जानने के लिए एक सबक है कि आप इनमें से कुछ चीजें कहें;यह सिर्फ प्रचार पदोन्नति के बारे में नहीं है,यह उससे भी गहराई से चलता है।
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