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ढाई महीने में LIC के डूबे 2 लाख करोड़ रुपये ...

निवेशकों की चिंता बढ़ी

नई दिल्ली- कोरोना वायरस (Coronavirus) अब पूरी दुनिया में पैर पसार चुका है। वहीं, वैश्विक बाजार में कच्चे तेल (Crude Oil) की कीमतों में लगातार गिरावट देखने को मिल रही हैं। यही कारण है कि भारत समेत दुनियाभर के इक्विटी मार्केट (Equity Market) में भारी बिकवाली भी हो रही है। घरेलू बाजार में BSE के प्रमुख इंडेक्स Sensex और NSE के प्रमुख इंडेक्स निफ्टी-50 में भी लगातार ऐतिहासिक गिरावट देखने को मिल रही है। बाजार में इस गिरावट से पैसे डूबने की यह चिंता अब आम लोगों को भी सताना शुरू कर चुकी है। देश की सबसे बड़ी ​बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) को बाजार की इस गिरावट से अनुमानत: 1.9 लाख करोड़ रुपये का घाटा हो चुका है। बिजनेस न्यूज पेपर ​बिजनेस स्टैंडर्ड ने अपनी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है।
बिजनेस स्टैंडर्ड की इस रिपोर्ट में कहा गया है बीते ढाई महीने में LIC को करीब 1.9 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। देश की कई छोटी बड़ी कंपनियों में LIC ने निवेश किया है। ऐसे में LIC को यह नुकसान एक ऐसे समय में हुआ है, जब खुद सरकार भी इसे बाजार में लिस्ट करने की योजना पर काम कर रही है। हालांकि, LIC की लिस्टिंग से पहले केंद्र सरकार को कानूनी संशोधन के साथ-साथ नियामकीय मंजूरियों के दौर से भी गुजरना होगा।

BSE 500 में 209 कंपनियों बिगाड़ी LIC की हालत

दिसंबर 2019 को खत्म हुए तिमाही तक LIC की कुल होल्डिंग 6.02 लाख करोड़ रुपये तक थी, जोकि अब घटकर 4.14 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया है. यह रिपोर्ट S&P BSE 500 इंडेक्स की 209 कंपनियों की स्टडी के आधार पर है, जिनमें दिसंबर 2019 तक LIC ने 1 फीसदी से अधिक का हिस्सेदारी रखी है. BSE की कुल बाजार पूंजीकरण (Market Capitalization) में इन कंपनियों की कुल हिस्सेदारी करीब 65 फीसदी तक है।

किस सेक्टर से LIC को कितना नुकसान

LIC को होने वाले इस कुल नुकसान में करीब 30 फीसदी यानी 50,810 करोड़ रुपये बैंक समेत वित्तीय सेक्टर और गैर-वित्तीय सेक्टर (NBFC) की कंपनियों और बीमा कंपनियों की वजह से हुआ है। तेल और गैस सेक्टर की कंपनियों की वजह से 36,020 करोड़ रुपये, सिगरेट मकेर्स से 17,374 करोड़ रुपये, IT सेक्टर्स से 15,826 करोड़ रुपये, मेटल सेक्टर से 12,045, आटोमोबाइल सेक्टर से 11,329 करोड़ रुपये और इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर से 10,669 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इसके अलावा इन ढाई महीनों में अन्य सेक्टर की कंपनियों से LIC को करीब 10,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।

कोरोना ने डूबाई निवेशकों की पूंजी

इस रिपोर्ट में इक्विनॉमिक्स रिसर्च के संस्थापक और प्रबंध निदेशक जी चोक्कलिंगम के हवाले से लिखा गया है कि COVI-19 की वजह से सेवा क्षेत्र की कंपनियों को सबसे अधिक नुकसान होगा। कृषि क्षेत्र पर असर तो नहीं पड़ेगा लेकिन मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर स्पलाई को लेकर परेशानियां बढ़ सकती हैं। अन्य सेक्टर में टेलिकॉम सेक्टर इससे बच पाएगा, वहीं होटल, ट्रैवल और टूरिज्म सेक्टर के लिए यह कठिन दौर होगा। इन सबसे निवेशकों पर सीधा असर पड़ेगा, जिसमें से LIC भी एक है।

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