भारत में कोरोना के 75% मरीज 21-60 आयु के ...
केंद्र सरकार ने शनिवार को पहली बार दैनिक प्रेस वार्ता के दौरान कोरोना वायरस के रोगियों का आंकड़ा आयु-वर्ग के हिसाब से जारी किया है
नई दिल्ली- देश में कोरोना वायरस के कुल मामलों में से 41.8% केस केवल 21-40 आयु-वर्ग के हैं। जबकि 41 से 60 वर्ष की आयु के मरीजों का आंकड़ा कुल संख्या का 32 प्रतिशत है। 60 वर्ष के ऊपर के लोगों में कोरोना के केस 16.69% हैं। शेष बचे हुए 8.61% मरीज 0-20 आयु वर्ग के हैं।
सरकार ने पहली बार उम्र संबंधी आंकड़ा दिया
केंद्र सरकार ने शनिवार को पहली बार दैनिक प्रेस वार्ता के दौरान कोरोना वायरस के रोगियों का आंकड़ा आयु-वर्ग के हिसाब से जारी किया। शनिवार सुबह 9 बजे की प्रेस कॉफ्रेंस में सरकार ने बताया कि देश में कोरोना वायरस से 2902 लोग संक्रमित हैं। इनमें से 68 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और 184 इलाज लोग के बाद ठीक होकर अपने घर लौट चुके हैं।
इस डेटा को भी सरकार ने ऐज-प्रोफाइल के आधार पर शेयर किया। इसके अनुसार देश में 21-40 उम्र के कोरोना के 1,213 पॉजिटिव केस हैं। 41-60 साल की उम्र के 951 मामले और 60 और उससे अधिक उम्र के 484 लोग कोरोना वायरस से प्रभावित हैं।
कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा बुजुर्ग प्रभावित
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि अभी देश में 58 गंभीर मामले हैं, जिनमें से अधिकांश केरल, मध्य प्रदेश और दिल्ली से हैं। उन्होंने कहा कि जिन 68 लोगों की कोरोना वायरस से जान गई, उनमें ज्यादात्तर बुजुर्ग थे।
उन्होंने कहा, 'मृत्यु दर के आंकड़ों के अनुसार, मरने वाले ज्यादात्तर लोगों की उम्र ज्यादा थी और वे लोग पहले से ही उच्च रक्तचाप, मधुमेह, गुर्दे की समस्या और हृदय संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे। इसलिए मैं एक बार फिर इस श्रेणी के लोगों से हमारे दिशानिर्देशों का पालन करने का अनुरोध करता हूं।'
भारत में नौजवानों की संख्या ज्यादा है
भारत की अगर अन्य देशों से तुलना की जाए तो यहां 15-60 वर्ष आयु वर्ग की आबादी अधिक है. 2011 की जनगणना के आंकड़ों के अनुसार, 29.5% भारतीय 0-15 आयु वर्ग के हैं। 62.5% 15-59 आयु वर्ग के और 8% 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के हैं. वहीं पिछले साल इसके विपरीत, इटली की आबादी का एक चौथाई भाग 65 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोगों का है। जबकि बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, चीन की भी बुजुर्ग आबादी 11% से ऊपर थी। Statista.com वेबसाइट के अनुसार, कोरोनो वायरस 50 से अधिक आयु वर्ग के 72% लोगों को संक्रमित करता है।
हालांकि, इसमें ध्यान देने वाली बात ये है कि इटली ने 3 अप्रैल तक 6.2 लाख लोगों का परीक्षण किया था, जबकि भारत ने अब तक 75,000 लोगों का ही परीक्षण किया है।
इस आयु वर्ग के लोग कोरोना के वाहक
लाइफ़कोर्स एपिडेमियोलॉजी के प्रोफेसर गिरिधर आर बाबू ने पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ़ इंडिया से कहा, '21-40 वर्ष की आयु वाले समूह सबसे अधिक कोरोना के वाहक हैं। वे काम से जुड़ी चीजों के लिए यात्रा कर रहे हैं. यही कारण है कि, उनकी गतिशीलता के आधार पर, ये हमारे द्वारा देखे गए मामलों का प्रारंभिक स्तर है और यह आश्चर्य की बात नहीं है। ये सिर्फ एक इन्फेक्शन हैं।' बाबू ने कहा कि भारत में कोरोना से मौत का खतरा 60 वर्ष से अधिक आयु वालों के लिए ज्यादा है।
गिरिधर आर बाबू ने कहा, 'हमें अब दो चीजों पर नजर रखनी होगी। पहला, संक्रमण 41-60 आयु वर्ग के लोगों में और 60 साल से ऊपर के लोगों में अगर बढ़ रहे हैं। इसके अलावा, हमें यह समझना चाहिए कि कोरोना की अभी तक कोई भी प्रतिरक्षा नहीं है।'
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