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फ़र्ज़ी न्यूज पोर्टल की आड़ में चल रहे सेक्स रैकेट का पर्दाफाश ...

वेब न्यूज़ पोर्टल्स को पत्रकार बन बदनाम करते दलाल

कानपुर के बर्रा थानाक्षेत्र के मेहरबान सिंह पुरवा में पुलिस ने किराये के मकान में चल रहे सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया। पुलिस ने मौके से आगरा की दो युवतियों, संचालक समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया। कथित फ़र्ज़ी पत्रकारों के संरक्षण में यहां आठ महीने से धंधा चल रहा था। जिनका पत्रकारिता के क्षेत्र से किसी भी प्रकार का कोई लेना देना नही मात्र फ़र्ज़ी आईडी कार्ड को अपनी ढाल बना अंजाम दे रहे थे जघन्य अपराध को अंजाम।

काफ़ी दिनों से लोगो द्वारा इन की गतिविधियों पर नज़र रखी जा रही थी, साथ ही विभिन्न संस्थाओं के पत्रकारों द्वारा भी इन तथाकथित फ़र्ज़ी पत्रकारों की संदिग्ध गतिविधियों की पड़ताल के कारण इनके गोरखधंदे का पर्दाफाश हुआ। साथ ही एक बात और स्पष्ट हो गई है कि इन के प्रेस कार्ड फ़र्ज़ी है, इनका मीडिया के किसी भी स्वरूप से कोई संबंध नही है साथ ही जिन संस्थानों के प्रेस कार्ड इन फ़र्ज़ी कार्ड धारकों के पास प्राप्त हुए है वो संस्थान किसी भी प्रकार से वेब न्यूज़ पोर्टल के किसी भी मानक की पूर्ति नही करते है। यह सब मात्र अपने अनैतिक धंधों को प्रेस की आड़ में करने का इनका हथकंडा मात्र था।

ट्विटर पर शिकायत का असर

ट्विटर यूजर ने दलाल से व्हाट्सऐप पर बातचीत के स्क्रीन शॉट में लड़कियों की फोटो व उनके रेट तक पुलिस अधिकारियों को टैग करके ट्वीट किया। अफसरों के निर्देश के बाद बर्रा पुलिस ने कार्रवाई की। बर्रा पुलिस ने मेहरबान सिंह पुरवा स्थित डीपीएस स्कूल के पीछे रायपुरवा स्थित एक मकान में रविवार को छापा मारा। यहां से आगरा की युवतियों समेत संचालक नौबस्ता नई बस्ती निवासी मंगल प्रसाद पासवान, बर्रा आठ निवासी विमलेश तिवारी, दादा नगर साइट नंबर पांच निवासी मुन्ना सिंह व नौबस्ता हंसपुरम आवास विकास निवासी नीरेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया।

पुलिस के अनुसार संचालक मंगल ने अरुण कुमार से न्यूज पोर्टल के ऑफिस का संचालन करने के नाम पर उनका मकान किराये पर लिया था। विमलेश, मुन्ना सिंह व नीरेंद्र सिंह ग्राहक खोजते थे। इसके एवज उन्हें कमीशन दिया जाता था। पुलिस ने आरोपियों के पास से आपत्तिजनक सामग्री व पांच प्रेस आईडी कार्ड भी बरामद किए हैं।

 चौकी पुलिस की नाक के नीचे देह व्यापार

जिस जगह पर देह व्यापार का धंधा चल रहा था, उससे करीब 400 मीटर की दूरी पर मेहरवान सिंह पुरवा चौकी है। इसके बाद भी पुलिस को भनक तक नहीं लगी। यह अपने आप में बड़ा सवाल है। ट्वीट करने वाले शख्स ने भी पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए। ट्वीट किया कि ‘पुलिस इन दलालों तक नहीं पहुंच पाती है, जबकि एक आम आदमी ग्राहक बन कर तुरंत उन तक पहुंच जाता है’।

पेन ड्राइव में 2932 वॉयस रिकॉर्डिंग

जांच पड़ताल के दौरान पुलिस को रैकेट के संचालक के पास से एक पेन ड्राइव  मिली है। इसमें पुलिस को 2932 वॉयस रिकार्डिंग मिली हैं। इसमें बर्रा थाना इंस्पेक्टर सतीश कुमार से एक खबर को लेकर विमलेश कुमार से बातचीत की रिकॉर्डिंग भी शामिल है।  पुलिस ने अन्य रिकॉर्डिंग की भी जांच कर सेक्स रैकेट से लोगों के संबंध तलाशने की बात कही। 

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