Total Visitors : 5 8 1 4 3 1 5

ज़िम्मेदार बेफिक्र, हाईवे पर खड़े रहते खराब वाहन ...

बनते हादसों का सबब

कानपुर देहात। जिले में हाईवे पर अवैध पार्किंग से अक्सर हादसे हो रहे हैं। वहीं, हाईवे पर खराब होने वाले वाहनों को हटवाने के लिए एनएचएआई की पेट्रोलिंग टीमें अनदेखी कर रही हैं। कई दिनों तक लगातार हाईवे पर खराब वाहन खड़े देखे जाते हैं। रात में ऐसे वाहनों से टकरा कर हादसे होते हैं। इसके बाद भी एनएचएआई प्रशासन की नींद नहीं टूट रही है।
चकेरी से सिकंदरा तक हाईवे पर तीन एंबुलेंस, तीन पेट्रोलिंग वाहन व दो क्रेन रहती हैं। किसी हादसे की सूचना पर पुलिस के कहने से दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को एनएचएआई की क्रेन से हटवा दिया जाता है, लेकिन खराब खड़े वाहनों को हटवाने के लिए न तो पुलिस ध्यान देती है और न ही हाईवे के पेट्रोलिंग वाहन इस पर काम करते हैं। अकबरपुर के कृपालपुर गांव के पास शनिवार रात सड़क पर खराब खड़ी डीसीएम में पीछे से टकराकर बाइक सवार बलाई बुजुर्ग गांव के तीन दोस्तों की मौत हो गई। इस हादसे के बाद लोगों ने हाईवे प्रशासन की लापरवाही पर नाराजगी जताई।
अकबरपुर के जितेंद्र सिंह ने कहा कि हाईवे पर खराब वाहन खड़े रहते हैं उनमें सेफ्टी रीबन तक नहीं लगाया जाता है। इससे रात में हादसे होते रहते हैं। वहीं, बलाई बुजुर्ग गांव के राधारमण यादव ने कहा कि हाईवे पर टोल वसूलने के लिए जोर दिया जाता है। सुविधाओं पर कोई ध्यान नहीं देता है। इसी गांव के महेश कुमार ने बताया कि अगर खराब वाहनों को समय से हटवा दिया जाए, तो हाईवे पर होने वाले हादसों में कमी आ जाएगी।

मदद के लिए करें 1033 पर कॉल

हाईवे पर वाहन खराब होने के साथ अन्य समस्याओं को लेकर वाहन स्वामी टोल फ्री नंबर 1033 पर कॉल कर सकते हैं। ऐसे में उन्हें तत्काल एनएचएआई की टीम सहायता मुहैया कराएगी। पेट्रोलिंग मैनेजर प्रदीप शुक्ला ने कहा कि लोग एनएचएआई से सुविधाएं लेना ही भूल जाते हैं। उन्होंने बताया कि कार व अन्य वाहनों के टायरों का पंचर होने पर पेट्रोलिंग वाहन भेजकर उनकी मदद की जाती है। वहीं, डीजल, पेट्रोल खत्म होने पर उपलब्ध कराया जाता है। रात में वाहन खराब होने पर सुरक्षा के लिए नजदीक के पुलिस स्टेशन को भी सूचना दी जाती है।
पेट्रोलिंग मैनेजर एनएचआई के प्रदीप शुक्ला ने बताया कि खराब वाहनों को प्राथमिकता पर हटवाया जाता है। वहीं अगर क्रेन पहुंचने में देर होती है, तो सेफ्टी रीबन लगाया जाता है, ताकि हादसा न हो। हर 50 किलोमीटर पर एक पेट्रोलिंग वाहन गश्त पर रहता है। अकबरपुर में हादसे के बाद सूचना मिलते ही पांच मिनट में एंबुलेंस लेकर एनएचएआई कर्मी पहुंच गए थे।

Related News

Leave a Reply