प्रयागराज एसएसपी कार्यालय में मचा हड़कंप ...
छेड़खानी से परेशान युवती ने उठाया बड़ा कदम
यूपी पुलिस की उदासीनता जिसके चलते पीड़ित युवती ने एसएसपी के सामने आत्मदाह का प्रयास किया है।
इस मामले में पीड़िता को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है।
यह मामला प्रयागराज जिले के झूंसी थाना क्षेत्र का है। यहां रहने वाली एक युवती ने प्रधान सचिव पर छेड़खानी करने का आरोप लगाया है। साथ ही पीड़िता ने पुलिस प्रशासन को भी आड़े हाथों लिया है। पीड़िता ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए बताया है कि उसने खुद के साथ हुई छेड़खानी का मामला दर्ज कराने की मांग की थी, लेकिन पुलिस ने न तो मामला दर्ज किया और न ही कोई कार्रवाई।
मामले की जानकारी देते हुए पीड़िता ने बताया कि पहले वह अपनी बहन के साथ झूंसी थाना क्षेत्र में रहती थी, लेकिन कुछ महीने पहले प्रशासन द्वारा शुरू किये गए अतिक्रमण हटाओ अभियान के चलते उसका मकान ढहा दिया गया था। इस वजह से वह बहन के साथ अपने गांव में रहने लगी थी। पीड़िता ने बताया कि आवास के लिए पीड़िता ने ग्राम सचिव से मुलाक़ात की थी। उन्होंने भी आवास दिलाने का आश्वासन दिया था। केवल इतना ही नहीं, उन्होंने प्रधान के जरिये फॉर्म आ जाने की बात भी कही थी। इस बाबत उसने पीड़िता से उसके घर का पता भी लिया था।
ग्राम सचिव ने छोटी बहन के साथ की छेड़खानी
पीड़िता का आरोप है कि बीते शनिवार को ग्राम सचिव उसके घर आ धमका और उसकी छोटी बहन के साथ अश्लील हरकत की। इसके बाद रविवार को आरोपी ने अकेले पाकर उसके साथ भी छेड़खानी की। केवल इतना ही नहीं, उसने पीड़िता पर शारीरिक संबंध बनाने का दबाव भी बनाया।
पीड़िता का आरोप है कि उसके इन बाबत झूंसी थाने में शिकायत भी की थी लेकिन पुलिस से उसे सिर्फ आश्वासन ही मिला। थाना पुलिस की इस उदासीनता से मायूस होकर उसने सोमवार को एसएसपी का दरवाजा खटखटाया। यहां पीड़िता ने आरोपी के खिलाफ तहरीर देते हुए एफआईआर की मांग की। हालांकि एसएसपी ने मामले की जांच के बाद कार्रवाई करने की बात कही। एसएसपी के इस फैसले से युवती टूट गई और तहरीर वापस लेकर वापस लौट गई। कुछ देर बाद युवती फिर एसएसपी कार्यालय पहुंची। इस बात उसके हाथ में एक पेट्रोल से भरा डिब्बा था। युवती ने एसएसपी के सामने ही खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगाने की कोशिश की। एसएसपी ने उसे बचाने का प्रयास भी किया लेकिन जमीन पर पेट्रोल पड़ा होने की वजह से वह फिसलकर गिर गए। हालांकि, किसी तरह से युवती को बचा लिया गया। इंस्पेक्टर कर्नलगंज सत्येंद्र सिंह का कहना है कि एसआई सुशीला तिवारी की तहरीर पर
युवती का शांति भंग में चालान किया गया। कोर्ट में पेश करने के बाद उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। पूरे मामले की जांच कराई जा रही है।
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