महंत नरेंद्र गिरि की मौजूदगी दूल्हे-दुल्हन पर नोटों की बारिश ...
दो वीडियो: एक में थिरकती लड़कियां, दूसरे में नोटों की बारिश
प्रयागराज-: निरंजनी अखाड़े से निष्कासित योग गुरु स्वामी आनंद गिरि और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि के बीच विवाद गहराता जा रहा है। बुधवार की शाम एक ऐसा वीडियो सामने आया, जिसने आग में घी डालने का काम किया। एक शादी समारोह में स्टेज पर दुल्हे और दुल्हन पर नोटों की बारिश की जा रही है। दूसरी तरह बार बालाओं पर नोट उड़ाए जा रहे हैं। इस दौरान महंत नरेंद्र गिरि भी मौजूद थे। आनंद गिरि का दावा है कि एक रिजॉर्ट में हुई इस शाही शादी का पूरा खर्च लेटे हनुमान मंदिर के कोष से किया गया है।
निरंजनी अखाड़े से निष्कासित आनंद गिरि का आरोप- जमीन घोटाला न खुले इसलिए महंत आशीष की हत्या हुई
सोशल मीडिया पर दो वीडियो सामने आए हैं। एक वीडियो में 'आएगा मजा अब बरसात का तेरी मेरी दिलकश मुलाकात का..' गाने पर बार बालाएं थिरक रही हैं और उनके साथ लेटे हनुमान मंदिर मठ से जुड़े लोग डांस कर रहे हैं। बार बालाओं पर नोटों की बारिश भी की जा रही है। चार मिनट नौ सेकेंड के इस वीडियो में मंच पर दूल्हा और दूल्हन की मौजूदगी में कई युवक बार बालाओं के साथ डांस करते नजर आ रहे हैं। कहा जा रहा है कि मठ से जुड़े अभिषेक मिश्रा की यह शादी का वीडियो है। वहीं, 29 सेकेंड के दूसरे वीडियो में स्वस्ति वाचन के बीच नोटों की बारिश हो रही है। इस वीडियो में महंत नरेंद्र गिरी वर-वधू को आशीर्वाद दे रहे हैं।
8 मई को हुई थी शादी, सारा पैसा लेटे हनुमानजी का
अखाड़े से निकाले गए योग गुरु आनंद गिरि ने दावा किया कि यह शादी लेटे हनुमान मंदिर से जुड़े अभिषेक मिश्रा की है। उनकी शादी झलवा के एक रिसार्ट में आठ मई को हुई थी। इस शादी में जितना भी पैसा खर्च हुआ है वह सब लेटे हनुमान जी का है। डांस करने वाले लड़के मठ के ही हैं। शादी की सारी खरीदारी वहीं से हुई हैं। गहनें, गाड़ी सबकी बुकिंग वहीं से हुई है। उन्होंने कहा, यही सब कारण था कि जिससे मैं आहत था। यह पहले भी होता रहा है पर इधर कुछ माह से ज्यादा हो गया है। पहले किसी की कुछ मदद कर दी जाती थी तो कोई बात नहीं। अब मठ का पैसा ऐसे ही कामों में खर्च किया जा रहा है।
जब सैकड़ों करोड़ रुपए मठ की जमीन बेचकर आया तो मैंने कहा था कि इन पैसों से कुछ जमीन खरीद लिया जाए पर मेरी नहीं सुनी गई। जब मैंने इसका मुखर विरोध किया गया तो मुझे मठ से निष्कासित कर दिया गया। उन्होंने कहा कि यदि इस पर अंकुश नहीं लगाया गया तो मठ का पतन हो जाएगा। इस पर रोक लगनी चाहिए।
'किसी भक्त को आशीर्वाद देना पाप नहीं'
इस पूरे प्रकरण में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने अपनी सफाई दी है। उन्होंने कहा, 'मैं बार-बालाओं के डांस में नहीं हूं। हां, शादी में जरूर गया था। किसी भक्त की शादी में जाना और उसे आशीर्वाद देना कोई पाप नहीं है। जब मैं मंच पर गया तो स्वस्ति वाचन हो रहा था और मैं वर और वधू को आशीर्वाद दे रहा हूं। मैं थोड़ी न नोट उड़ा रहा हूं। दूल्हे के माता-पिता न्यौछावर डालते हैं तो उसमें मेरा क्या दोष हैं। यह नोटों की बारिश नहीं न्यौछावर डाली जा रही थी। बार-बालाओं के डांस से मेरा कोई लेना देना नहीं।'
वहीं, आनंद गिरि के आरोपों पर महंत नरेंद्र गिरि ने कहा, 'वे (आनंद गिरी) का कह रहे हैं कि मैंने शहर में अरबों रुपए के मकान बनवा लिए तो मेरे पास क्या कोई खजाना है? जिसको मैं लुटा रहा हूं। आनंद गिरि रोज एक वीडियो जारी करें तो मैं जवाब थोड़े न देता फिरूंंगा। जारी करते रहें। आनंद गिरि ने मुख्यमंत्री, महामहिम राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है। मैं किसी भी जांच का सामना करने को तैयार हूं। जांच हो जाए सब साफ हो जाएगा। मैं सहयोग करने को तैयार हूं।'
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