अनुचित वसूली रोकने के लिए अब सरल हिंदी में उपभोक्ता को बिल.. ...
प्रदेश में लोगों से हो रही गलत वसूली रुकेगी,आसान हिंदी में मिलेंगे बिजली के बिल
प्रदेश में अब बिजली के बिल हिंदी में भी दिए जाएंगे,ताकि आम उपभोक्ता की समझ में यह आसानी से आ सके। इतना ही नहीं दो किलोवाट के कनेक्शन पर 20 हजार से ज्यादा का बिल आने पर पूरी जांच के बाद ही उसे उपभोक्ता को भेजा जाएगा। ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने विधान परिषद में बिल में गड़बड़ी संबंधी मुद्दे उठाए जाने पर यह आश्वासन दिया।
सपा सदस्य परवेज अली ने कहा कि हापुड़ में एक व्यक्ति को 100 करोड़ से ज्यादा का बिल भेज दिया गया। बिल देखते ही उसकी तबीयत खराब हो गई। तमाम बिलों में इस तरह की गड़बड़ियां हो रही हैं। इनको ठीक करने के नाम पर विभाग के लोग वसूली कर रहे हैं। बिल अंग्रेजी में दिए जाते हैं, जिसे पढ़े-लिखे लोग भी नहीं समझ पाते हैं।
इस पर ऊर्जा मंत्री ने कहा कि प्रदेश में बिल में गड़बड़ियों की 2.67 लाख शिकायतें आई थीं। इनमें से 98.83 फीसदी शिकायतों का निस्तारण कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह भी निर्णय लिया गया है कि दो किलावाट के कनेक्शन पर अगर 20 हजार रुपये से ज्यादा का बिल है, तो पहले विभाग उसकी जांच करेगा।
इसके बाद ही बिल उपभोक्ता को भेजा जाएगा। यह व्यवस्था 31 जुलाई तक लागू कर दी जाएगी।
सभापति रमेश यादव ने बिल को हिंदी में दिए जाने की मांग पर विचार करने के निर्देश दिए। इस पर ऊर्जा मंत्री ने कहा कि हिंदी में बिल तैयार कराने का पूरा प्रयास किया जाएगा। सिर्फ तकनीकी बातें ही अंग्रेजी में रहेंगी।
बिजली लाइनों की चपेट में आने से पिछले साल 3029 लोगों की मौत
ऊर्जा मंत्री ने सपा सदस्य लीलावती कुशवाहा के सवाल के जवाब में बताया कि वर्ष 2017-18 में बिजली लाइन की चपेट में आने से 2877 लोग मरे, जबकि 17233 पशुओं की जानें गईं। वर्ष 2018-19 में यह संख्या क्रमश: 3029 और 10251 रही।
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