गिरफ्तार कर हरिद्वार पुलिस ने भेजा जेल ...
:धर्म संसद में मुस्लिमों के खिलाफ हेट स्पीच देने का आरोप
वसीम रिजवी को पुलिस ने गिरफ्तार कर उत्तराखंड में CJM कोर्ट में पेश किया है। धर्म परिवर्तन कर हिंदू बने वसीम रिजवी गिरफ्तार:धर्म संसद में मुस्लिमों के खिलाफ हेट स्पीच देने का आरोप, हरिद्वार पुलिस ने भेजा जेल।
हरिद्वार में 17 से 19 दिसंबर तक हुई धर्म संसद में नफरती बोल पर चौतरफा घिरे जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी उर्फ वसीम रिजवी को उत्तराखंड पुलिस ने गुरुवार देर शाम गिरफ्तार कर लिया है। वसीम रिजवी के साथ उस वक्त जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर नरसिंहानंद गिरी भी मौजूद थे, लेकिन पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी नहीं दिखाई है। जबकि वे भी हेट स्पीच मामले में आरोपी हैं।
23 दिसंबर को हरिद्वार पुलिस ने जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी उर्फ वसीम रिजवी के खिलाफ नफरती भाषण देने का मुकदमा दर्ज किया था। बाद में इस मुकदमे में नरसिंहानंद गिरी, अन्नपूर्णा उर्फ पूजा शकुनि पांडे, सिंधु सागर, धर्मदास, परमानंद, आनंद स्वरूप समेत 10 लोगों के नाम बढ़ाए गए थे। हरिद्वार के एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार ने बताया कि जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी उर्फ वसीम रिजवी को गुरुवार देर शाम यूपी और उत्तराखंड के बॉर्डर से गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया।
महामंडलेश्वर की पुलिस से नोकझोंक
उधर, जब वसीम रिजवी की गिरफ्तारी हुई तो उनके साथ जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर नरसिंहानंद गिरि मौजूद थे। गिरफ्तारी को लेकर उनकी हरिद्वार पुलिस के साथ खूब नोकझोंक हुई। उन्होंने पुलिस से कहा- इन्हें क्यों गिरफ्तार कर रहे हो आप। इस पर पुलिस ने कहा कि लीगल प्रोटोकॉल के अनुसार हमें अरेस्टिंग करनी है। इन मुकदमों में वह मुख्य आरोपी हैं। इस पर गिरी ने कहा कि तीनों के तीनों में साथ हूं। इन्होंने कोई अकेले कर ली क्या?
इस पर पुलिसकर्मी उन्हें समझाते हैं कि स्वामी जी आप आइए तो। हम आपको नहीं आने को नहीं कह रहे हैं। आप साथ-साथ आइए तो। त्यागी जी समझ रहे हैं। इस पर गिरी ने कहा कि त्यागी जी तो समझ रहे हैं, लेकिन हम नहीं समझ रहे हैं। इस पर पुलिसकर्मी फिर कहते हैं कि आप हमारे पीछे आ जाइए। इस पर गिरी फिर कहते हैं कि हमारे भरोसे तो वह हिंदू बने हैं।
कुरान से 26 आयत हटाने को दायर की थी याचिका
वसीम रिजवी मूल रूप से लखनऊ के निवासी हैं। साल-2000 में वह लखनऊ के मोहल्ला कश्मीरी वार्ड से सपा के नगरसेवक चुने गए। 2008 में शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के सदस्य और फिर बाद में चेयरमैन बने। वसीम रिजवी ने कुरान से 26 आयतों को हटाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी जो खारिज हो गई। सुप्रीम कोर्ट ने इस याचिका को लेकर वसीम रिजवी पर जुर्माना भी लगाया था।
मोहम्मद नाम से लिखी थी पुस्तक
वसीम रिजवी ने पिछले दिनों ही एक पुस्तक 'मोहम्मद' लिखी थी। मुस्लिम धर्मगुरुओं ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि रिजवी ने इस किताब के जरिये पैगंबर की शान में गुस्ताखी की है। इसके बाद रिजवी ने बयान जारी करके कहा था कि उनकी कभी भी हत्या हो सकती है।
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