डेंगू का दिमाग पर हमला घटा रहा सूझ-बूझ ...
होने लगी ऐसी दिक्कत
डेंगू अब इंसानों के दिमाग पर भी हमला करने लगा है। इससे दिमाग के तीन हिस्से प्रभावित हो रहे हैं। सबसे ज्यादा दुष्प्रभाव दिमाग के आगे के हिस्से (फ्रंटल लोब) पर पड़ रहा है। फ्रंटल लोब ही वह हिस्सा होता है, जिससे व्यक्ति की याददाश्त, सूझ-बूझ, निर्णय लेने की क्षमता संचालित होती है। डेंगू के अधिकांश रोगियों में पहली बार यह स्थिति देखने को मिल रही है। मैक्स हॉस्पिटल, साकेत के चिकित्सा विज्ञानियों ने दिल्ली और यूपी के डेंगू मरीजों पर किए गए शोध के बाद यह चौंकाने वाला खुलासा किया है। डेंगू मरीजों में मिर्गी जैसे लक्षण भी देखने को मिल रहे हैं।
रविवार को मैक्स के निदेशक और न्यूरोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. पुनीत अग्रवाल ने इस शोध को यहां इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के बैनर तले आर्यनगर में आयोजित कार्यशाला में साझा किया। उन्होंने बताया कि डेंगू से प्रभावित होने वाला दिमाग का पहला हिस्सा फ्रंटल लोब है, दूसरा हिस्सा बेसल गैंगलिया है। यह हिस्सा व्यक्ति का चलना-फिरना, हाथ-पैर के मूवमेंट की स्थिति संचालित करता है। डेंगू से प्रभावित होने वाला तीसरा हिस्सा पैराइटल लोब है। इसके प्रभावित होने से बेहोशी आती है। यह हिस्सा हाथ-पैर को शक्ति देता है। डेंगू रोगियों के दिमाग में खून जमने से ब्रेन अटैक पड़ जाता है। चिकित्सा विज्ञानियों ने इसे डेंगू इंसेफलोपैथी नाम दिया है।
चिकित्सा विज्ञानियों का कहना है अभी तक देखा गया था कि डेंगू वायरस रक्त, लिवर, धमनियों पर ही प्रभाव डालता था, लेकिन अब ऐसा नहीं हो रहा है। डेंगू के नए लक्षणों पर शोध हो रहे हैं। यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि शरीर का ऑटो इम्यून सिस्टम डेंगू संक्रमण होने पर बेढंगे तरीके से काम करने लगता है। जिससे नए लक्षण उभरे हैं।
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