राम मंदिर निर्माण के लिए विहिप ने बढ़ाया कदम ...
सार/विस्तार
18 व 19 को मार्च को बैठक, मंदिर पर बनेगी योजना,हर हिंदू परिवार को राम मंदिर से जोड़ने की रणनीति।अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मुहूर्त नजदीक आने के साथ ही विश्व हिंदू परिषद ने भी भविष्य की भूमिका की तैयारी युद्धस्तर पर शुरू कर दी है। इसके लिए विहिप ने संगठन की रीढ़ की हड्डी के रूप में काम करने वाले देशभर के संगठन मंत्रियों को 18-19 मार्च को बैठक के लिए दिल्ली बुलाया है। जिसमें मंदिर निर्माण पर ट्रस्ट के फैसलों को जमीन पर उतारने और उसे परवान चढ़ाने की योजना बनाई जाएगी।
विहिप की कोशिश मंदिर निर्माण के साथ देश भर में हिंदुत्व का माहौल बनाने की है। जिससे अयोध्या में बनने वाले ‘श्रीराम जन्मभूमि मंदिर’ निर्माण से देश के हर हिंदू परिवार को भावनात्मक रूप से जोड़ा जा सके। इसीलिए विहिप ने मंदिर निर्माण शुरू करने से पहले 25 मार्च से 7 अप्रैल तक देश में ‘राम महोत्सव’ आयोजित करके गांव-गांव मंदिर पर माहौल बनाने की योजना पहले ही बना ली है। साथ ही उन गांवों में जहां 1989 में शिलापूजन हुआ था और पूजित शिलाएं अयोध्या गई थीं उनमें विशेष कार्यक्रम तथा हर ब्लॉक मुख्यालय पर कारसेवकों के सम्मान के जरिये लोगों से संपर्क व संवाद बढ़ाने की रणनीति पहले ही तय कर ली है।
दिल्ली बैठक में इन फैसलों को जमीन पर उतारने की प्रक्रिया तय होगी और संगठन मंत्रियों को अपने-अपने क्षेत्रों में इन कार्यक्रमों को सफलता पूर्वक संपन्न कराने की जिम्मेदारी देते हुए टीम गठित करने का काम सौंपा जाएगा।
इन मुद्दों पर होगा मंथन
दरअसल, मंदिर निर्माण को लेकर लोगों में उत्सुकता को देखते हुए विहिप सचेत हो गई है। उसकी कोशिश है कि निर्माण के दौरान अयोध्या आने वालों लोगों की भीड़ नियंत्रित रहे। ऐसा न हो कि शुरुआती दिनों मेंअयोध्या में बहुत भीड़ बढ़े और समय के साथ-साथ वहां सन्नाटा छा जाए। इसीलिए विहिप की योजना जिला, क्षेत्र और प्रांतवार संख्या तय करके लोगों को निश्चित संख्या में अलग-अलग दिन बुलाने की है।
योजना है कि 1990 और 92 की तरह ही अलग-अलग क्षेत्रों की संख्या तय करके लोगों को बुलाया जाएगा। बैठक में निर्माण के दौरान अयोध्या भेजे जाने वाले कारसेवकों की क्षेत्रवार संख्या और तरीका व तारीखों पर भी कार्ययोजना बनाई जाएगी। दिल्ली बैठक में मंदिर निर्माण के दौरान देशभर में उन अन्य कार्यक्रमों का भी खाका खींचा जाएगा जिनसे अयोध्या के मंदिर निर्माण का उत्साह गांव-गांव बना रहे।
राष्ट्र के सम्मान का प्रतीक बनेगा राममंदिर
मंदिर आंदोलन से प्रारंभ से ही जुड़े रहे और विहिप के क्षेत्र संगठन मंत्री अंबरीष कहते हैं कि विश्व हिंदू परिषद की भूमिका वैसी ही है जैसी भगवान राम के साथ कोल-भिल्लों की और बानर-भालुओं की थीं। जैसे भगवान राम के काज को जामवंत और सुग्रीव जैसे सेनापतियों के निर्देश पर काम करते थे, वैसे ही विहिप के कार्यकर्ता संतों के निर्देश पर इस आंदोलन में काम करते चले आ रहे हैं।
अब जब मंदिर निर्माण की घड़ी साकार होने को आ गई है तब फिर सेवक के रूप में हमारी भूमिका बढ़ गई है। दिल्ली बैठक में संगठनात्मक मुद्दों के साथ इस बारे में विचार होगा।
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