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वीडियो बना पीड़िता को सालभर से आरोपी कर रहे थे ब्लैकमेल ...

दो युवकों द्वारा एक किशोरी का कथित रूप से सामूहिक बलात्कार

बांदा: उत्तर प्रदेश के जिले बांदा में दो युवकों द्वारा एक किशोरी का कथित रूप से सामूहिक बलात्कार किए जाने और घटना की वीडियो क्लिप बनाए जाने का मामला सामने आया है। शहर कोतवाली पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया है। आरोपी युवक फरार हैं। 

नगर पुलिस उपाधीक्षक (सीओ) आलोक मिश्रा ने शनिवार को कहा, "17 वर्षीय किशोरी की शिकायत पर पुलिस अधीक्षक के निर्देश के अनुसार दो युवकों आयुष शुक्ल और उसके एक साथी के खिलाफ कथित रूप से सामूहिक बलात्कार करने और घटना की वीडियो क्लिप बनाकर पीड़िता को सालभर तक ब्लैकमेल करते रहने का मुकदमा शुक्रवार को नगर कोतवाली में दर्ज किया गया।" 

उन्होंने कहा, "पीड़िता को चिकित्सीय जांच के लिए सरकारी अस्पताल भेजा गया है। दोनों आरोपी फरार हैं। उनकी तलाश की जा रही है।" उन्होंने बताया कि पीड़िता ने अपनी तहरीर में आरोप लगाया है कि युवकों ने एक साल पहले उस समय उसका सामूहिक बलात्कार किया था, जब वह कोचिंग पढ़ने जा रही थी। पीड़िता ने आरोप लगाया है कि युवकों ने इस घटना की वीडियो क्लिप भी बनाई और उसे वायरल करने की धमकी देकर सालभर तक उसे ब्लैकमेल करते रहे। 

मालूम हो, ये पहला मौका नहीं है जब लॉकडाउन के दौरान उत्तर प्रदेश में इस तरह से महिलाओं के खिलाफ जुर्म हो रहे हों। हाल ही में सीतापुर में 11 साल की नाबालिग लड़की के साथ उसी के मोहल्ले में रहने वाले एक युवक ने कथित रूप से बलात्कार किया था। इस मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक एल आर कुमार ने बताया था कि मामले में आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और लड़की को अस्पताल में भर्ती कराया गया।

इसके अलावा कुछ दिनों पहले यूपी के बांदा जिले से सटे चित्रकूट जिले के पहाड़ी क्षेत्र के एक गांव से भी 16 वर्ष की दलित किशोरी से बलात्कार करने का मामला सामने आया था। किशोरी के आरोप में एक युवक को कुछ दिनों पहले गिरफ्तार किया गया था। चित्रकूट के पुलिस अधीक्षक अंकित मित्तल ने इस मामले को लेकर बताया था कि लड़की अपनी बड़ी बहन के साथ थाने आई थी, जहां उसने आरोप लगाया कि एक महीने पहले गांव के युवक नन्दू उर्फ कामता आरख ने उसे धोखे से नशीला पदार्थ पिलाकर उससे बलात्कार किया था। फिर ब्लैकमेल कर एक महीने के तक कई बार दुष्कर्म किया।

बता दें कि लॉकडाउन के दौरान देश में महिलाओं के खिलाफ हो रहे साइबर क्राइम भी काफी बढ़ गए हैं। राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) के आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल में साइबर अपराध की 54 शिकायतें मिलीं जबकि मार्च में 37 और फरवरी में 21 शिकायतें मिली थी। लॉकडाउन के कारण ऑनलाइन शिकायतें प्राप्त की जा रही हैं।

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