राम मंदिर निर्माण में अब तक खर्च हो चुके हैं 900 करोड़ ...
राममंदिर निर्माण का काम तीन चरणों में पूरा होगा
अयोध्या-2021 में चलाए गए निधि समर्पण अभियान में 3500 करोड़ का दान रामभक्तों ने दिया। इनमें से अभी भी तीन हजार करोड़ रुपये बैंक में जमा हैं। जो भी खर्चे हो रहे हैं वह रोज आने वाले दान से किए जा रहे हैं।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की शनिवार को मणिरामदास की छावनी में ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास की अध्यक्षता में हुई बैठक में 18 बिंदुओं पर चर्चा की गई। बताया गया कि राममंदिर निर्माण का काम तीन चरणों में पूरा होगा। 2025 के अंत तक सभी योजनाएं पूरी हो जाएंगी। दिसंबर 2024 तक 161 फीट ऊंचे मंदिर के शिखर पर धर्मध्वजा यानि पताका लहराने लगेगी।
ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि 5 फरवरी 2020 से लेकर 31 मार्च 2023 तक मंदिर निर्माण व अन्य योजनाओं में अब तक 900 करोड़ खर्च किए जा चुके हैं। 2021 में चलाए गए निधि समर्पण अभियान में 3500 करोड़ का दान रामभक्तों ने दिया। इनमें से अभी भी तीन हजार करोड़ रुपये बैंक में जमा हैं। जो भी खर्चे हो रहे हैं वह रोज आने वाले दान से किए जा रहे हैं। प्राणप्रतिष्ठा समारोह के लिए उदया चौराहे के पास भी एक टेंट सिटी बनाई जाएगी। जिलाधिकारी नितीश कुमार ने उन्हें जमीन उपलब्ध कराने के लिए कहा है। समारोह में आने वाले भक्तों के लिए जगह-जगह लंगर का आयोजन होगा। 25 हजार भक्तों के रहने-खाने व इलाज की व्यवस्था हर रोज की जाएगी।
ट्रस्ट की बैठक में 11 सदस्य भौतिक रूप से शामिल रहे। तीन सदस्य वर्चुअल रूप से जुड़े। मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र, कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि, जगद्गुरु वासुदेवानंद सरस्वती, जगद्गुरु विश्वप्रसन्नतीर्थ, महंत दिनेंद्र दास, डॉ़ अनिल मिश्र, बिमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र, कामेश्वर चौपाल, पदेन सदस्य जिलाधिकारी नितीश कुमार माैजूद रहे। प्रदेश सरकार के गृह सचिव संजय प्रसाद के प्रतिनिधि आईपीएस संजीव गुप्ता भी वर्चुअल रूप से जुड़े। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक से पहले मंदिर निर्माण समिति की बैठक मंदिर परिसर स्थित एलएंडटी के आफिस में हुई। बैठक से पहले नृपेंद्र मिश्र ने मंदिर निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। परियोजनाओं के भौतिक प्रगति जानी।
जनवरी से विदेशी मुद्रा में दान ले सकेगा ट्रस्ट
चंपत राय ने बताया कि जनवरी से विदेशी भक्त राममंदिर निर्माण के लिए निधि समर्पण कर सकेंगे। ट्रस्ट ने विदेशी दान लेने के लिए सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं। एफीसीआरए एक्ट के तहत पंजीकरण के लिए ऑनलाइन आवेदन भी कर दिया है। 90 दिन के भीतर एफसीआरए एक्ट के तहत पंजीकरण हो जाएगा। दिसंबर के अंत या फिर जनवरी से विदेशी भक्त भी दान कर पाएंगे।
कल से ट्रस्ट के अधीन हो जाएगा रामकथा संग्रहालय
नयाघाट स्थित रामकथा संग्रहालय जल्द ही ट्रस्ट के अधीन हो जाएगा। सरकार से अनुमति मांगी थी, जिसे स्वीकार कर लिया गया है। संग्रहालय आम लोगों के लिए खोला जाएगा। इसमें राममंदिर के 500 साल का इतिहास संरक्षित किया जाएगा। 50 साल का कानूनी दस्तावेज भी सुरक्षित रखा जाएगा। 09 अक्तूबर को हस्तांतरण की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
ट्रस्ट को मिली परिवहन विभाग की जमीन
रामजन्मभूमि पथ से सटी बिड़ला धर्मशाला के ठीक सामने स्थित परिवहन विभाग की जमीन अब ट्रस्ट के अधीन हो गई है। चंपत राय ने बताया कि इसके लिए ट्रस्ट ने परिवहन विभाग को जरूरी धनराशि दे दी है। इस जमीन का इस्तेमाल अभी तक वाहनों की पार्किंग के लिए किया जाता रहा। अब ट्रस्ट भक्तों के लिए इस जमीन पर कई सुविधाएं विकसित करेगा।
प्राणप्रतिष्ठा के मुख्य यजमान होंगे पीएम मोदी
अयोध्या। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक में शामिल होने पहुंचे जगद्गुरु वासुदेवानंद सरस्वती ने बताया कि प्राणप्रतिष्ठा समारोह के मुख्य यजमान पीएम मोदी होंगे। पीएमओ से उनके आगमन की तिथि अभी नहीं बताई गई है। 22 जनवरी को प्राणप्रतिष्ठा के सवाल पर कहा कि इस दिन अमृत सिद्धि योग और सर्वार्थसिद्ध योग है, जो सबसे बेहतर मुहूर्त है।
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