सीएए क़ानून किसी क़ीमत पर नही वापस होगा: गृहमंत्री अमित शाह ...
लखनऊ में सीएए कानून के समर्थन में अमित शाह की रैली
नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में देश के गृहमंत्री अमित शाह ने लखनऊ में एक रैली को संबोधित किया। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जिसे विरोध करना हो करे लेकिन ये कानून वापस नहीं लिया जाएगा क्योंकि ये कानून नागरिकता लेने का नहीं बल्कि नागरिकता देने का कानून है। अपने भाषण में उन्होंने सपा व कांग्रेस को खास तौर पर निशाने पर रखा।
उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव व राहुल गांधी वोट बैंक की राजनीति के कारण नागरिकता कानून का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने ममता बनर्जी और मायावती पर भी कटाक्ष किए।
अमित शाह ने कहा कि राहुल बाबा और अखिलेश बाबा सुन लो। आपको भाजपा की जितनी भी आलोचना करनी हो करो। प्रधानमंत्री मोदी की जितनी भी आलोचना करनी हो करो। पर देश के खिलाफ करने पर वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्हें जेल में डाल दिया गया जाएगा।
अमित शाह ने कहा कि जेएनयू में देश विरोधी नारे लगते हैं तो अखिलेश यादव और राहुल गांधी देश विरोधियों का समर्थन करते हैं। ये बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
अमित शाह ने कहा कि सीएए पर विरोधी पार्टियां दुष्प्रचार करके और भ्रम फैला रही हैं। इसलिए भाजपा जन जागरण अभियान चला रही है।
अमित शाह ने कहा कि नरेन्द्र मोदी सीएए लेकर आए हैं। कांग्रेस, ममता बनर्जी, अखिलेश, मायावती, केजरीवाल सभी इस बिल के खिलाफ भ्रम फैला रहे हैं। इस बिल को लोकसभा में मैंने पेश किया है। मैं विपक्षियों से कहना चाहता हूं कि आप इस बिल पर सार्वजनिक रूप से चर्चा कर लो। ये अगर किसी भी व्यक्ति की नागरिकता ले सकता है, तो उसे साबित करके दिखाओ।
अमित शाह ने कहा कि जब देश आजाद हुआ कांग्रेस के पाप के कारण धर्म के आधार पर भारत मां के दो टुकड़े हो गए। 16 जुलाई 1947 को कांग्रेस पार्टी ने प्रस्ताव पारित कर धर्म के आधार पर विभाजन को स्वीकार किया।
नरेन्द्र मोदी ने वर्षों से प्रताड़ित लोगों को उनके जीवन का नया अध्याय शुरू करने का मौका दिया है। मैं आज डंके की चोट पर कहने आया हूं कि जिसको विरोध करना है करे पर सीएए वापस नहीं होने वाला है।
शाह ने कहा कि मैं वोट बैंक के लोभी नेताओं से कहना चाहता हूं कि आप इनके कैंप में जाइए, कल तक जो सौ-सौ हेक्टेयर के मालिक थे वे आज एक छोटी सी झोपड़ी में परिवार के साथ भीख मांगकर गुजारा कर रहे।
गृहमंत्री शाह ने कहा कि महात्मा गांधी जी ने 1947 में कहा था कि पाकिस्तान में रहने वाले हिंदू, सिख भारत आ सकते हैं। उन्हें नागरिकता देना, गौरव देना, भारत सरकार का कर्तव्य होना चाहिए।
इसके पहले यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस जनजागरुकता रैली का मकसद लोगों में फैले भ्रम को दूर करना है। विपक्ष के लोग कानून पर भ्रम फैला कर जनता को गुमराह कर देश के खिलाफ साजिश कर रहे हैं।
योगी ने रैली में मौजूद भाजपा समर्थकों से कहा कि आप लोग प्रदेश के गांव-गांव में जाकर लोगों को नागरिकता कानून का सच बताइए। ये कानून नागरिकता लेने का नहीं बल्कि नागरिकता देने का कानून है। इस पर विपक्ष की साजिश को बेअसर कर दीजिए।
योगी ने गृहमंत्री अमित शाह की तारीफ करते हुए कहा कि गृहमंत्री ने लौह पुरुष सरदार पटेल जैसी दृढ़ता दिखाई है। जिससे पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में अत्याचार का सामना कर रहे अल्पसंख्यकों (हिंदू, बौद्घ, सिख, जैन, पारसी) को भारत की नागरिकता मिल सकेगी।
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