Total Visitors : 6 0 4 1 4 0 3

जमीन पर कब्जे में खूनी संघर्ष में ताबड़तोड़ फायरिंग ...

भाई बहन की मौत

उत्तर प्रदेश के औरैया जिले के एक गांव में आज सपा और बसपा पक्ष के दो गुटों में ताबड़तोड़ फायरिंग हुई। जिसमें गोलीबारी के बीच भाई बहन की मौके पर मौत हो गई। दिनदहाड़े हुई फायरिंग से गांव में हड़कंप मच गया। लोग घरों के दरवाजे बंद कर दुबक गए। घटना की सूचना पर पहुंचे डीएम एसपी ने मामले की छानबीन शुरु कर दी है। मृतक का बड़ा भाई और राहगीर की तरह गुजर रहे एक अन्य अधिवक्ता भी गोली लगने से घायल हुए हैं।
दोनों के बीच विवाद की जड़ में मंदिर की जमीन पर कब्जे का मामला है। पुलिस ने 11 लोगों पर रिपोर्ट दर्ज करते हुए एमएलसी कमलेश पाठक, उनके भाई संतोष पाठक, रामू पाठक, हनुमान मंदिर के कथावाचक राजेश शुक्ला समेत छह को गिरफ्तार किया है। संतोष पाठक की लाइसेंसी राइफल कब्जे में ली गई है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक रविवार दोपहर दोनों पक्षों के बीच संघर्ष की नौबत मंदिर परिसर में एक साथ मौजूदगी से आई।
सपा शासन में राज्यमंत्री का दर्जा रखने वाले एमएलसी कमलेश पाठक अपने भाई और कुछ अन्य लोगों के साथ पूजन के लिए मंदिर पहुंचे। इस जानकारी पर पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष अधिवक्ता मंजुल चौबे भी परिजनों व कुछ लोगों के साथ वहां पहुंच गए। चौबे के साथियों ने कमलेश के मंदिर में आने पर आपत्ति की। दोनों के बीच कहासुनी में एक-दूसरे को गोली से उड़ा देने की धमकियों का प्रयोग होने लगा।
इस बीच कमलेश के साथ मौजूद लोगों ने फायरिंग शुरू कर दी। इस बीच कोतवाल फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए लेकिन गोलीबारी नहीं रोक सके। पुलिस की मौजूदगी में चली गोलियों से मंजुल चौबे (37) और उनकी चचेरी बहन सुधा (25) की मौके पर ही मौत हो गई। मंजुल के पेट और कनपटी में गोलियां लगीं, जबकि सुधा के सीने में एक गोली लगी है।
आरोप है कि कमलेश पाठक के भाई पूर्व ब्लॉक प्रमुख संतोष पाठक ने अपनी लाइसेंसी राइफल से गोलियां चलाईं थीं। इन गोलियों की चपेट में आकर मंजुल चौबे का बड़ा भाई संजय (41) और मंदिर के बाहर सड़क से निकल रहे अधिवक्ता अजीत कुमार पुत्र रामनिवास निवासी नरायनपुर भी घायल हो गए।
एसपी सुनीति ने बताया कि पुलिस ने 11 लोगों पर रिपोर्ट दर्ज करते हुए एमएलसी कमलेश पाठक, उनके भाई भाई संतोष पाठक, रामू पाठक और हनुमान मंदिर के कथावाचक राजेश शुक्ला समेत छह को गिरफ्तार किया है। संतोष पाठक की लाइसेंसी राइफल कब्जे में ली गई है। दोनों पक्षों के समर्थकों के बीच तनाव देख मंजुल चौबे के मोहल्ले नारायनपुर और कमलेश पाठक के आवासीय क्षेत्र बनारसीदास मोहल्ले में पुलिस तैनात की है।

Related News

Leave a Reply