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सपा नेता और उनके बेटे की दिनहदाड़े गोली मारकर हत्या ...

बदमाश गिरफ़्तार.....

संभल: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में चंदौसी से समाजवादी पार्टी के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी छोटेलाल दिवाकर व उनके बेटे की मंगलवार सुबह गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद ने बताया की बहजोई थाना क्षेत्र के शमशोई गांव में मनरेगा के तहत सड़क बन रही थी। इसी को लेकर छोटेलाल और सविंदर के बीच विवाद हो गया।

सूत्रों अनुसार मामला इतना बढ़ गया कि दोनों ओर से गोलियां चलीं, सोशल मीडिया पर पोस्ट वीडियो अनुसार दोनो ओर से गोलियां चलने की पुष्टि संभव नही परंतु भड़काऊ भाषा एवं अपशब्दों के प्रयोग के चलते मामले ने तूल पकड़ा जिस का कारण यह जघन्य हत्याकांड घटित हुआ। जिसमें छोटेलाल और उनके बेटे सुनील कुमार की मौत हो गई। घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है और आरोपियों को पकड़ने के लिए तीन टीमें बनाई गईं हैं।
वहीं पूर्व सांसद धर्मेन्द्र यादव ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि छोटे लाल दिवाकर हमारी पार्टी के कर्मठ नेता थे, उन्हें पार्टी ने 2017 में चंदौसी विधानसभा से टिकट दिया था, लेकिन यह सीट गठबंधन में कांग्रेस के पास चली गई थी। 
इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश की भाजपा सरकार पर संवेदनहीन होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि संभल में हमारे नेता की हत्या से यह बात साफ है कि पुलिस अपराधियों को संरक्षण दे रही है और प्रदेश में विपक्षी पार्टी के लोग खासकर सपा कार्यकर्ताओं की खुलेआम हत्या की जा रही है।

घटना को अंजाम देने के बाद बदमाश बाइक छोड़कर मौके से फरार हो गए थे। घटना की सूचना मिलते ही एसपी मौके पर पहुंचे। एसपी के पहुंचते ही ग्रामीणों ने उन्हें घेर लिया।

परिजनों में मचा कोहराम

दोहरे हत्याकांड के बाद परिजनों में कोहराम मचा है। मृतक छोटे लाल की पत्नी कमलेश, सुनील की पत्नी मधु दोनों बदहवास हालत में है। अन्य परिजनों का भी रो रोकर बुरा हाल है। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मामले से डीजीपी को अवगत कराया। शासन तक मामला पहुंचने पर आईजी रमित शर्मा घटनास्थल पर पहुंचे और जायजा लिया। एसपी संभल को टीम गठित कर आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए। 

आरोपी घर से फरार हो गए थे, लटके ताले

गोली मारने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए थे। उनके घर पर ताले लटके हैं। अन्य परिजन भी फरार हो गए थे। जिनको कुछ समय में ही पुलिस द्वारा गिरफ़्तार कर लिया गया। घटना से गांव में भय व्याप्त है।

सीओ व पुलिस बल तैनात

घटना के बाद सीओ अशोक कुमार स्वयं पुलिस बल के साथ गांव में तैनात हैं। दोहरे हत्याकांड को लेकर गांव में पुलिस के साथ पीएसी भी तैनात कर दी गई है। देरशाम तक सीओ स्वयं गांव में डटे रहे।

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