पिछले साल की फोटो लगाकर जिला प्रशासन लूट रहा वाहवाही ...
कम्यूनिटी किचन खुला नहीं
मऊः-करोना महामारी और लॉकडाउन में कुछ संस्थाएं और जालसाज तो आपदा में अवसर निकाल ही ले रहे हैं, मऊ में सरकारी अधिकारियों ने ही ऐसा कर दिया है। यहां बिना कम्यूनिटी किचन खोला ही नहीं गया और पिछले साल की फोटो दिखाकर वाहवाही लूटी जा रही है। पिछले साल की फोटो का इस्तेमाल भी कोई छोटा अधिकारी या कर्मचारी नहीं कर रहा बल्कि जिलाधिकारी की फेसबुक वाल पर लगाकर जिला प्रशासन वाहवाही लूट रहा है।
सीएम योगी ने हर तहसील पर गरीबों और जरूरतमंद लोगों के भोजन के लिए कम्यूनिटी किचन खोलने का आदेश दिया है। मऊ की मधुबन तहसील में कम्यूनिटी किचन की स्थापना नहीं की गई। पिछले साल ब्लाक संसाधन केन्द्र पर स्थापित किए गए कम्यूनिटी किचन की फोटो को स्थानीय तहसील प्रशासन ने इस साल स्थापित बताते हुए रिपोर्ट के साथ जिलाधिकारी को भेज दी।जिलाधिकारी अमित सिंह बंसल ने भी पिछले साल की ही फोटो को अपने फेसबुक पेज पर अपलोड करते हुए वाहवाही लूटी।
लोगों ने पिछले साल वाली ही फोटो देखी तो चौंक पड़े। तहसील प्रशासन द्वारा जिलाधिकारी अमित सिंह बंसल को भेजी गई फोटो कई सवाल खड़े करने लगी। फोटो भेजने वाले ने इतना भी ध्यान नहीं दिया कि दो महीने पहले निलंबित लेखपाल ओमप्रकाश पाण्डेय ही भोजन बांट रहे हैं। जबकि वर्तमान में मधुबन का चार्ज लेखपाल विवेक राय के पास है।
बोले तहसीलदार राहुल गुप्ता
कम्युनिटी किचन का संचालन एक हलवाई से संचालित कराया जा रहा है। हलवाई द्वारा सुबह शाम 25 से 30 लंच पैकेट दिया जाता है जो गरीब एवं मजदूर तबके के लोगों को वितरित किया जा रहा है। आगें उन्होंने बताया कि कम्यूनिटी किचन संचालन के लिए शासन से अभी बजट अवमुक्त नहीं किया गया है। जैसे ही धन आता है लंच पैकेट की संख्या बढ़ाई जाएगी।
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