करणी सेना के पहुंचने की भनक पर मंगटा में मुस्तैद रही पुलिस ...
मुस्तैद रहे अफसर
कानपुर देहात। मंगटा में दो पक्षों में हुए संघर्ष की घटना को लेकर भीम आर्मी का संस्थापक चंद्रशेखर उर्फ रावण ने रविवार को भारत बंद कराने का ऐलान किया था। इसका असर जिले में नहीं दिखा। हालांकि प्रशासन ने ऐतिहात के तौर पर कस्बों में पुलिस फोर्स को अलर्ट रखा। साथ ही अकबरपुर में एएसपी व एसडीएम ने पुलिस फोर्स के साथ पैदल गश्त किया।
मंगटा गांव में धामक आयोजन में जाति विशेष पर की गई टिप्पणी के बाद 13 फरवरी को दो पक्षों में संघर्ष हो गया था। इसमें 26 लोग घायल हुए थे। मामले में पुलिस ने 28 नामजद व 20 अज्ञात पर रिपोर्ट दर्ज की थी। 15 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इस घटना को राजनैतिक दलों के तूल देने पर माहौल और गरम हो गया। भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर ने 21 फरवरी को हैलट में जाकर वहां भर्ती घायलों से हालचाल लिया था। इसके बाद रविवार को भारत बंद का ऐलान किया था।
इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने पूरी चौकसी बरती। अकबरपुर ओवर ब्रिज के नीचे अकबरपुर, रूरा समेत कई थानों का फोर्स तैनात कर दिया गया था। वहीं, एएसपी अनूप कुमार, एसडीएम आनंद कुमार सिंह, सीओ संदीप सिंह, थाना प्रभारी आमोद कुमार सिंह ने कस्बा अकबरपुर में पैदल फोर्स के साथ पैदल गश्त किया। जिले के विभिन्न कस्बों में पुलिस ने गश्त किया। बंद का असर जिले में कहीं नहीं दिखा।
करणी सेना के पहुंचने की भनक
मंगटा गांव में करणी सेना के लोगों जाने की सूचना पर रविवार को चौकसी बढ़ा दी गई थी। गांव में महिला थानाध्यक्ष को टीम के साथ भेजा गया था। वहीं, पुलिस और प्रशासनिक अफसरों ने गांव पहुंच कर गश्त किया। लोगों से सौहार्दपूर्ण माहौल रखने की अपील की। अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई की चेतावनी दी। गांव के मोड़ पर पुलिस फोर्स तैनात रहा, लेकिन वहां सन्नाट पसरा रहा।
मंगटा गांव में दो पक्षों में 13 फरवरी को संघर्ष हो गया था। इसके बाद गांव में तनाव की हालात पैदा हो गए थे। 21 फरवरी को विनोद की पत्नी मिथलेश कुमारी ने अज्ञात पर जहरीला पाउडर पिलाने का आरोप लगाया था। इससे फिर माहौल और गरम करने की कोशिश की गई। बाद में एडीजी जेएन सिंह, आईजी मोहित अग्रवाल व अन्य अफसरों ने गांव पहुंचकर हालात का जायजा लिया था। इधर, रविवार को गांव में करणी सेना के लोगों के जाने की खबर पर पुलिस अलर्ट रही।
गांव को जाने वाले मोड़ पर पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया। महिला थानाध्यक्ष अश्वनी पाल को टीम के साथ लगाया गया था। फिलहाल आरोपी पक्ष के अधिकांश पुरुष घर से फरार चल रहे हैं। रविवार को एएसपी अनूप कुमार, एसडीएम आनंद कुमार सिंह, सीओ संदीप सिंह ने गांव पहुंच कर पैदल गश्त किया। गांव में करणी सेना से कोई नहीं पहुंचा। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के प्रतिनिधि मंडल में जिला मंत्री हरिमोहन त्रिपाठी, रामऔतार, मोतीलाल ने पहुंच कर पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। पुलिस और प्रशासनिक अफसर गांव की स्थिति और वहां जाने वालों पर लगातार नजर बनाए हुए हैं।