दुष्कर्म पीड़िता बच्ची के पिता पर समझौते का दबाव, दी धमकी... ...
दुष्कर्म पीड़िता बच्ची के पिता पर आरोपियों के परिजनों ने बनाया समझौते का दबाव
मेरठ के कंकरखेड़ा में आठ साल की बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म के मामले में कंकरखेड़ा पुलिस ने तीन किशोर आरोपियों को किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश कर राजकीय संप्रेक्षण गृह भेज दिया।
वहीं, सोमवार को सामने आया कि पीड़िता मूक बधिर नहीं है। उसने दर्ज कराए पुलिस बयान में अपने 12 साल के भाई को दुष्कर्म का आरोपी नहीं बताया। इसके चलते पुलिस ने इस किशोर को परिजनों को सौंप दिया। केस से उसका नाम निकालने की बात कही। वहीं, पुलिस ने इस केस में सामूहिक दुष्कर्म के बजाय केवल दुष्कर्म की ही धारा लगाई है।मामला कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र की एक कॉलोनी का था। इस बच्ची से पड़ोस के रहने वाले तीन किशोर पिछले एक माह से सामूहिक दुष्कर्म कर रहे थे। रविवार शाम को भी आरोपियों ने बच्ची के साथ दरिंदगी की थी।
बच्ची की हालत बिगड़ी तो वहां बच्ची का भाई पहुंच गया था। लेकिन तभी आरोपी भाग गए थे। बच्ची को पुलिस ने जिला अस्पताल में भर्ती कराते हुए बच्ची के भाई समेत चारों किशोरों को गिरफ्तार कर लिया था। तीनों किशोरों की उम्र 13 से 14 वर्ष है। रविवार रात ही बच्ची को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी।इंस्पेक्टर कंकरखेड़ा आनंद प्रकाश मिश्रा के अनुसार इस मामले में तीनों आरोपियों को राजकीय संप्रेक्षण गृह भेज दिया गया। तीनों के खिलाफ दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है। इंस्पेक्टर का कहना है कि बच्ची के सोमवार को बयान कराए गए। जिनमें उसने भाई के दुष्कर्म करने से इंकार कर दिया इसलिए उसका नाम मुकदमे से हटा दिया जाएगा। बच्ची की पिता की तहरीर पर यह केस दर्ज किया गया है।
मेडिकल रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि
रविवार को पीड़िता का मेडिकल परीक्षण नहीं हो पाया था। जिसके चलते पुलिस सोमवार दोपहर मेडिकल के लिए पीड़िता को जिला महिला अस्पताल लेकर पहुंची। बच्ची की मेडिकल परीक्षण रिपोर्ट देखने के बाद पुलिस भी दंग रह गई। पुलिस के अनुसार चिकित्सकों ने बताया कि आरोपियों ने बच्ची के साथ पूरी हैवानियत बरती। रिपोर्ट में करीब 20 दिनों से बच्ची के साथ दुष्कर्म व कुकर्म होने की पुष्टि हुई है।
दो लाख लो, समझौता कर लो ... नहीं तो
पीड़िता के पिता का कहना है कि केस दर्ज कराए 24 घंटे भी नहीं हुए थे कि आरोपियों के परिजनों के उसे धमकाना शुरू कर दिया। समझौते के लिए उस पर दबाव बनाया। कहा कि दो लाख रुपये लेकर समझौता कर लो नहीं तो अच्छा नहीं होगा। बच्ची के पिता ने कहा कि वह किसी भी सूरत में आरोपियों से समझौता नहीं करेगा और केस की मजबूत पैरवी करेगा ताकि आरोपियों को बच्ची के साथ की गई दरिंदगी की सजा मिल सके।
जैसा वीडियो में देखते थे वैसा ही करते थे आरोपी
पुलिस के अनुसार सभी आरोपी किशोर आवारा हैं। इनके परिवार के सदस्य भी शराब व भांग का सेवन करते हैं। आरोपियों ने बताया कि वह मोबाइल में अश्लील विडियो देखते थे और बच्ची को भी दिखाते थे। जैसा वीडियो में देखते थे, वैसा ही बच्ची के साथ करते थे। बच्ची के न मानने पर उसे धमकाते थे। आरोपियों ने बच्ची को धमकी दी हुई थी कि अगर उसने किसी से शिकायत की तो वह बहुत पिटाई करेंगे।
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