टिकट चेकरो को बिना टिकट यात्री दिखते है बेचते अवैध सामग्री ...
कानपुर।रेलवे विभाग जहां रोज़ाना हजारो यात्रियों का आवागमन होता है यात्रियों की सुरक्षा के लिए जी0 आर0 पी0 व आर0 पी0 एफ0 के जवान 24 घण्टे मुस्तैद रहते है वही दूसरी ओर टी सी यानि टिकट चेकरो की पूरी टीम बिना टिकट यात्रियों की धड़पकड में लगी रहती है उसके बाद भी कोई बाहरी व्यक्ति प्लेटफार्म पर अवैध सामग्री के साथ डटा मिले तो इसे रेलवे सुरक्षा में सेंध ही कहेंगे
कानपुर-सेंट्रल स्टेशन अवैध सामग्री बेचने का अड्डा बना हुआ है जिस पर लगाम लगना नामुमकिन सा प्रतीत हो रहा है सिगरेट मसाला आदि कई तरह की सामग्री की बिक्री करते दर्जनों लोग प्लेटफार्म पर दिखाई दे जाएंगे इनकी बेख़ौफी देखकर ऐसा लगता है जैसे रेलवे विभाग इन पर खुलकर मेहेरबान है प्लेटफार्मो पर सबसे ज्यादा तादाद टी सी टिकट चेकरो की होती है जिनका काम ट्रेन के आते ही बिना टिकट चल रहे यात्रियों की धड़पकड़ की होती है जो भी यात्री बिना टिकट या बिना प्लेटफार्म टिकट के पाया जाता है तो उस पर टी सी द्वारा तत्काल जुर्माना लगाया जाता है आश्चर्य तब होता है जब प्लेटफार्म पर अवैध सामग्री धड़ल्ले से बिक रही है अभी तक किसी भी टी सी ने इन पर कोई नियमित कार्यवाही नही की है जबकि नियमानुसार कोई भी व्यक्ति संदिग्ध दिखे तो उससे टिकट या प्लेटफार्म टिकट की मांग करे टिकट ना मिलने पर जुर्माना या फिर रेलवे पुलिस को सूचित करें परन्तु ऐसा अभी तक कोई टी सी करता दिखा तो नही है अगर ऐसा होता तो प्लेटफार्म पर अवैध सामग्री की बिक्री करते लोग टिकट चेकरो की पारखी नजर से बच ना पाते इससे तो यही लगता है कि कही ना कही टिकट चेकरो का भी संरक्षण अवैध कार्य करने वाले लोगो को मिल रहा है तभी वो बिना किसी के डरे स्टेशन पर अपनी जड़ें फैलाए हुए है वही दूसरी ओर आर0 पी0 एफ0 व जी0 आर0 पी0 पुलिस का कहना है अगर कोई अवैध कार्य की बिक्री करता पाया जाता है या कोई शिकायत करता है तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही की जाती है सोचने वाली बात तो ये है टिकट चेकरो को बिना टिकट के यात्री तो नजर आ जाते है परंतु रेलवे सुरक्षा में सेंध लगाकर प्लेटफार्म पर अवैध सामग्री की बिक्री कर रहे लोग नजर नही आते है ये बात हलक से नही उतरती,यह फिर आँख के अंधे नाम नयन सुख मुहावरे को चिर्थात कर रही है,जवाब न मिलने एवं ऐसे लोगो पर कार्यवाही न होने तक हम यूँही इन अवैध कार्यो के विरुद्ध अपनी आवाज़ प्रखर करते रहेगें।