वैन चालक साथ ले जाता तो बच जाती जान ...
कॉल डिटेल ने खोले राज
कानपुर देहात- छात्रा अनामिका के हत्यारोपी शिक्षक शैलेंद्र सिंह को जब स्कूल प्रबंधन ने बाहर दिया तो वह आग बबूला हो गया था। उसके स्कूल के अंदर जाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया था। इसके बाद छात्रा के बावत जानकारी जुटाने के लिए शातिर दिमाग शैलेंद्र ने स्कूल के कुछ शिक्षक व वैन चालक से दोस्ती बढ़ाई।
हालांकि शैलेंद्र का सहयोग करने वालों को भले ही यह मालुम न रहा होगा कि छात्रा की हत्या हो सकती है, लेकिन इसके बाद भी छात्रा के बावत शैलेंद्र को एक-एक सूचना दी जाती रही है। इसका खुलासा शैलेंद्र के मोबाइल की काल डिटेल निकाले जाने पर हुआ। 24 अक्तूबर हो अपहरण की कोशिश में नाकाम रहने पर छात्रा अनामिका की उसके स्कूल के पूर्व शिक्षक शैलेंद्र राजपूत ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद जिले में हडक़ंप मच गया था। एसपी अनुराग वत्स इसके खुलासे के लिए नियमित मानीटरिंग कर रहे थे।
इधर शैलेंद्र के मोबाइल की काल डिटेल खंगालने पर छात्रा के बावत जानकारी देने वाले स्कूल के कुछ और लोगों के नाम सामने आ गए हैं। इसमें शिक्षक रज्जू सिंह गौर व वैन चालक शिवनारायन की भूमिका महत्वपूर्ण रही। पुलिस ने दोनों को पुख्ता सुबूतों के आधार पर गिरफ्तार कर लिया। दोनों पर अपराध में मदद करने की आईपीसी की धारा 110 के तहत कार्रवाई की है। अभी कुछ और नाम सामने आ रहे हैं, जिनसे मुख्य आरोपी शैलेंद्र छात्रा के स्कूल आने व जाने के बावत जानकारी लेता था। एसपी ने इस मामले में सहयोग करने वालों पर रासुका की कार्रवाई करने की बात कही है। फिलहाल अब तक इस मामले में शैलेंद्र, उसके एक नाबालिग साथी, रिश्तेदार औरैया के जितेंद्र राजपूत, कालेज के शिक्षक रज्जू सिंह गौर व कालेज के वैन चालक शिव नारायन समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
फोटो वायरल करने के मामले में हो सकती है कार्रवाई
शिक्षक शैलेंद्र ने छात्रा के अपहरण की पूरी प्लानिंग की थी। छात्रा कालेज की वैन से स्कूल आवागमन करती थी। शैलेंद्र आए दिन इसकी रेकी करता था। वह वैन के आगे पीछे भी कई बार चलता था, लेकिन उसे छात्रा से बात करने का मौका नहीं मिलता था। एसपी ने बताया कि शातिर दिमाग शैलेंद्र ने कालेज के वैन चालक शिवनरायन दीक्षित से दोस्ती बढ़ाई। उससे छात्रा को वैन से स्कूल न ले जाने की बात कही। 24 अक्तूबर को स्कूल से छुट्टी होने पर प्लानिंग के अनुसार वैन चालक शिवनारायन उसे साथ नहीं ले गया। इसकी सूचना उसने शैलेंद्र को भी दी। अब छात्रा स्कूल से बहवलपुर मोड़ तक लगभग पांच किमी बस गई।
इसके गांव के लिए करीब डेढ़ किमी वह पैदल जा रही थी। इसी बीच शैलेंद्र बाइक से पहुंच गया। उसे बाइक में बैठाने की कोशिश की। न बैठने पर डराने के लिए दो तमंचे से दो राउंड फायर किए। इसके बाद भी छात्रा के न डरने पर गोली मार दी। वैन से जाने पर छात्रा को वैन दरवाजे पर छोड़ती थी। अगर छात्रा को वैन चालक ले जाता तो उसकी जान बच जाती।
छात्रा अनामिका की हत्या करने के बाद जब शैलेंद्र को पुलिस ढूंढने में रात दिन एक किए थी, तब वह छात्रा के साथ फोटो फेसबुक व व्हाट्स एप पर वायरल कर रहा था। फोटो वायरल होने के मामले में एसपी अनुराग वत्स ने कहा कि अगर छात्रा के परिजन इस पर कार्रवाई चाहेंगे तो आरोपी शिक्षक पर विवेचना के दौरान सोशल मीडिया में फोटो वायरल करने के मामले में कार्रवाई की जाएगी।
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