हैलट के डॉक्टरों ने कड़ी मशक्कत के बाद मासूम की सफल सर्जरी.. ...
पांच साल की मासूम से दुष्कर्म के बाद क्षतविक्षत हुए अंगों की डॉक्टरों ने की सफल सर्जरी
पांच साल की मासूम जिसने अभी ढंग से दुनिया भी न देखी,उसे वहशी दरिंदों ने अपनी हवस का शिकार बना कर अभिशप्त कर दिया था।हैलट के डॉक्टरों ने कड़ी मशक्कत के बाद उसे नई जिंदगी दे दी।बच्ची के साथ वहशियाना हरकत होने से उसके प्रजनन संरचना से जुड़े सारे अंग क्षतिग्रस्त हो गए थे और मल निस्तारण करने वाली सभी मांसपेशियां भी खराब हो गई थीं।
सर्जरी के बाद अब वह बिल्कुल ठीक हो गई है।इसके मल निस्तारण की मांसपेशियों में संवेदनशीलता आने के साथ वह बड़े होकर मातृत्व सुख भी पा सकेगी। यह अपने तरीके का अनोखा और जटिल केस रहा है।मध्यप्रदेश के छतरपुर की रहने वाली इस बच्ची के नाम-पते की गोपनीयता बरकरार रखने के लिए स्टाफ ने इसका नाम चंदा रख लिया।दरिंदगी की शिकार पांच साल की मासूम के जननांग बनाए गए, जटिल सर्जरी ने बदली अभिशप्त जिंदगी।
वहशीपन का शिकार होने के बाद उसे गंभीर हालत में हैलट लाया गया।इसके गर्भाशय समेत प्रजनन से जुड़ा शरीर का दूसरा भाग बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था। इससे जुड़ा दूसरा हिस्सा भी खराब हो गया। हैलट के बालरोग अस्पताल के पीडियाट्रिक सर्जन डॉ.आरके त्रिपाठी ने बच्ची की पहली सर्जरी 14 फरवरी को की।
गर्भाशय समेत प्रजनन के दूसरे अंगों को बनाया गया।इसके साथ ही मल का रास्ता पेट से कर दिया।जब पहली सर्जरी की टांके सूख गए तो दूसरी सर्जरी 15 जुलाई को की गई। इसमें मल का रास्ता दुरुस्त किया गया।यह सर्जरी भी सफल रही।बच्ची अभी बालरोग अस्पताल के आईसीयू में है।
पीडियाट्रिक सर्जन डॉ. त्रिपाठी ने बताया कि उसे अब जल्दी डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।यह बहुत जटिल सर्जरी रही है।इतनी क्षतिग्रस्त प्रजनन संरचना का सामान्य स्थिति में आ जाना ही अनोखापन है।अब वह सामान्य जिंदगी जी सकेगी।मल संबंधी मांसपेशियों की संवेदनशीलता खत्म होने पर सामाजिक जीवन मुश्किल हो जाता है।