लंबी लाइनें कानपुर से आने व जाने वाली दोनों लेनों में लगी ...
58 फीसद फास्टैग बने
कानपुर देहात। बारा टोल प्लाजा पर बुधवार को फिर जाम लगा। फास्टैग सिस्टम लागू होने के बाद से व्यवस्था सुधर नहीं पा रही है। जाम में फंसे लोग टोल पर अव्यवस्था को लेकर नाराजगी जता रहे हैं।
टोल प्लाजा में 15 दिसंबर से फास्टैग व्यवस्था शुरू की गई थी। शुरुआती दौर में लंबा जाम लग रहा था। अब 58 फीसदी वाहनों में फास्टैग लग चुके हैं। फिर भी जाम की समस्या से निजात नहीं मिल पा रही है। फास्टैग सेंसर वाहनों में लगे फास्टैग को रीड नहीं कर पाते हैं। इससे वाहनों को रुकना पड़ता है। टोल कर्मियों की अभद्रता व जाम को लेकर मंगलवार को अधिवक्ता व मैजिक चालकों ने टोल पर हंगामा किया था। सांसद देवेंद्र सिंह भोले ने टोल प्रबंधन से बात कर समस्या के समाधान को कहा था। इसके बाद दूसरे दिन टोल पर कोई व्यवस्था नहीं सुधरी। वाहनों की लंबी लाइनें कानपुर से आने व जाने वाली दोनों लेनों में लगी रहीं। अकबरपुर के शिव सिंह ने बताया कि कानपुर से आ रहे हैं। कार में ई-टैग लगा हुआ है लेकिन लेन तक पहुंचने के लिए ही जाम से जूझना पड़ा। पौन घंटे से जाम में फंसे हैं। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बस जाम में फंसी थी। बस चालक फैजान कुरैशी ने बताया कि वह आधे घंटे से जाम में खड़े हैं।
सवारी परेशान हो रही हैं। पुखरायां के रहने वाले मैजिक चालक आलोक श्रीवास्तव कानपुर से सवारियां लेकर पुखरायां जा रहा था। उसने बताया कि टोल पर एक किमी लंबा जाम लगा है। इससे निकलना मुश्किल हो गया है। रोज जाम लगने के बाद भी कोई व्यवस्था नहीं हो पा रही है। डीसीएम चालक अरविंद कानपुर से दूध के पैकेट लेने अमूल प्लांट माती जा रहा था। उसने बताया कि फास्टैग लगा होने के बाद भी लेन तक पहुंचने में जाम से जूझ रहे हैं। बारा टोल के एजीएम मनोज शर्मा ने बताया कि अभी तक 58 फीसद फास्टैग बने हैं। वाहन चालकों को जाम से निजात दिलाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
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