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आईबी अफसर बन महिला दरोगा से फेसबुक पर की थी दोस्ती ...

 मुठभेड़ में पांच गिरफ्तार

कानपुर। कलक्टरगंज थाना क्षेत्र में दवा मार्केट से एक शातिर ने फिल्मी स्टाइल में खुद को रॉ अधिकारी बताकर दवा एजेंट को बुलेट से अगवा कर लिया। बाद में परिजनों को फोन कर दस लाख की फिरौती मांगी। रविवार रात सीपीसी माल गोदाम में मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने मुख्य आरोपी समेत पांच बदमाशों को दबोच कर दवा एजेंट को मुक्त कराया। मुख्य आरोपी के पैर में गोली लगी जबकि हाथ में गोली लगने से एक सिपाही घायल हो गया। वारदात में दवा एजेंट के एक करीबी के शामिल होने का पता चला है। आरोपियों के पास से दो तमंचे व छह कारतूस रॉ अधिकारी व आईपीएस (एसीपी) के फर्जी आईडी कार्ड, आईबी अधिकारी की फर्जी मुहरें व लेटरपैड मिले हैं।
दवा मार्केट में शनिवार शाम करीब चार बजे चकेरी के जगईपुरवा निवासी दवा एजेंट पिंटू गुप्ता के पास बुलेट से आए शख्स ने पहले खुद को रॉ एजेंट बताया। फिर पिंटू से कहने लगा कि तुम नशीली दवाओं का कारोबार करते हो, इसलिए तुमको गिरफ्तार किया जाता है। साथ में दो बाइकों से आए चार साथियों की मदद वह पिंटू को अगवा करके बुलेट से शुक्लागंज स्थित एक निर्माणाधीन मकान में ले गये। देर शाम पौने छह बजे करीब बदमाशों ने पिंटू के भाई कृष्ण कुमार गुप्ता को फोन कर दस लाख की फिरौती मांगी। कृष्ण कुमार के असमर्थता जताने पर बदमाशों ने सात लाख की डिमांड की। आखिर में चार लाख में पिंटू को छोड़ने का सौदा तय हुआ।
एसपी पूर्वी राजकुमार अग्रवाल ने बताया कि कृष्ण कुमार की सूचना पर सर्विलांस की मदद से रविवार रात बदमाशों को लोकेशन ट्रेस करके पुलिस ने सीपीसी माल गोदाम में दबिश दी। वहां बदमाशों ने गोली चला दी जिसमें सिपाही रविंद्र कुमार घायल हो गया। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में मुख्य आरोपी अमरोहा के धनौरा मंडी के ढींगरा निवासी सतेंद्र कुमार उर्फ सत्य प्रकाश के पैर में गोली लगी। फिर पांचों को गिरफ्तार करके पिंटू को मुक्त कराया गया। एसपी ने बताया कि सतेंद्र कुमार उर्फ सत्य प्रकाश राजस्थान के धौलपुर नगर निगम में संविदा पर पंप आपरेटर है। वारदात में शामिल फेथफुलगंज निवासी उसके चार साथी मोहम्मद फैसल, बच्चा, सूरज जायसवाल और मोहम्मद कासिम हैं। पांचों को जेल भेज दिया गया है।

बांधकर पीटा, सर्विलांस से धरे गए

पिंटू ने बताया कि बाइक पर बैठाते ही पीछे बैठे युवक ने उसके तमंचा सटा दिया, जिससे वह शोर नहीं मचा सका। फिर शुक्लागंज स्थित फैसल के निर्माणाधीन मकान में ले जाकर बांधकर जमकर पीटा और फिरौती के लिए भाई को कॉल की। रविवार शाम बदमाश सीपीसी माल गोदाम ले आए। यहां से भी फिरौती की कॉल की। कलक्टरगंज इंस्पेक्टर राजेश पाठक ने बताया कि लगातार मोबाइल ऑन होने की वजह से सर्विलांस टीम बदमाशों की लोकेशन ट्रेस करती रही। तड़के तकरीबन साढ़े तीन बजे पुलिस ने गोदाम में दबिश देकर पांचों को गिरफ्तार किया।

पूछताछ में कई चौंकाने वाले तथ्य

कानपुर के कलक्टरगंज अपहरण मामले में पुलिस की पूछताछ में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आये। सतेंद्र ने आईबी अफसर बनकर एक महिला दरोगा से फेसबुक पर दोस्ती की थी। वह जब महिला दरोगा से कानपुर मिलने आया तो उसकी फैसल से मुलाकात हुई। इसी दौरान सतेंद्र ने फैसल व अन्य साथियों के साथ मिलकर पिंटू के अपहरण की साजिश रची।

पूछताछ में आरोपी ने बताया कि शहर में तैनात महिला दरोगा से उसकी एक साल पहले फेसबुक पर दोस्ती हुई थी। दीपावली को वह कानपुर आया था। इस दौरान महिला दरोगा व उसकी मां से भी मिला था। इसके बाद वह 25 जनवरी को आया और 27 तारीख को  लौट गया। तीसरी बार वह एक फरवरी को आया और वारदात को अंजाम दिया।

फैसल से ऐसे हुई थी मुलाकात

सतेंद्र रेलबाजार के एक होटल में रुका था। यहीं पर वह मीट लेने फैसल की दुकान पर गया। इस दौरान दोनों के बीच दोस्ती हुई थी। पुलिस के मुताबिक पिंटू के साथ हुई घटना में उसका एक करीबी भी शामिल है। पिंटू का उससे लेनदेन चलता है। इसी ने ही आरोपियों को पिंटू के बारे में पूरी जानकारी दी। पुलिस जानकारी जुटाकर उसके खिलाफ भी कार्रवाई करेगी।

पूछताछ में आरोपी ने किया गुमराह

पूछताछ में सतेंद्र ने पहले खुद को बीटेक, फिर बीएससी व बीए पास बताया। जांच में पता चला कि उसने दसवीं तक ही पढ़ाई की है। बाद में कबूला कि महिला दरोगा को जाल में फंसाने के लिए खुद को आईबी अफसर बताया था।

शादीशुदा होने की बात भी छिपाई

महिला दरोगा से आरोपी ने बताया था कि वह शादीशुदा नहीं है। जांच में पता चला कि सतेंद्र के परिवार में पत्नी आशा के अलावा एक तीन साल व दूसरा दो साल का बेटा है। उसका छोटा बेटा बीमार है। बताया कि इलाज के लिए पैसों की जरूरत के चलते दवा एजेंट को अपहरण करने की साजिश रची।
 

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