सरकार देश मे शिक्षा के प्रति संवेदनशील है पर कुछ खास नजर नही ...
कमीशन के मायाजाल में फंसते माता पिता स्कूलों की दादागिरी बरकरार
कहने को तो वर्तमान सरकार देश में शिक्षा के प्रति संवेदनशील है पर धरातल पर कुछ खास नजर नही आ रहा जहां शिक्षा का स्तर बढ़ाने की बात की जाती है वहीं हिंदुस्तान में इन दिनों प्राइवेट स्कूल अपनी मनमानी में उतारू है और कोई भी सरकारी चौकीदार ईमानदारी से चौकीदारी करते नजर नही आ रहा ।
शिक्षा को जबतक सस्ता और ईमानदार नही बनाया जायेगा तबतक देश का विकास कर पाना मुश्किल ही नही नामुमकिन है आज देश के हर मां बाप प्राइवेट स्कूलों में बढ़ी हुई फीस और कमीशन की किताबों से परेशान है और यह मुद्दा इतना गम्भीर है के जल्द ही इस ओर ध्यान न दिया गया तो वो दिन दूर नही जब देश में अशिक्षितों की संख्या और बढ़ जायेगी और देश की आधी आबादी स्कूल जाने से वंचित रह जायेगी क्योंकि आज देश में जितने भी निचले व मध्यम वर्ग परिवार है वो बमुश्किल दो जून की रोटी ही कमा ले यही बहुत है।क्या कारण है जो वर्तमान सरकार प्राइवेट स्कूल पर शिकंजा नही कस पा रही
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नाम सार्वजनिक न करने की बात पर एक परिवार ने बताया की यदि स्कूल की शिकायत करते है तो पहले तो कोई कार्यवाही नही होती बाद में बच्चे को पढ़ाई में कमजोर बताने जैसे बहाने बताकर स्कूल से निकाल दिया जाता है।