दुष्कर्म पीड़िता को पीटा फिर पेट्रोल डाल लगाई आग ...
लपटों में घिरा देख आरोपी मौके से फ़रार
उन्नाव के बिहार थाना क्षेत्र में गौरा मोड़ के पास गुरुवार की सुबह सामूहिक दुष्कर्म की शिकार युवती को आरोपियों ने साथियों के साथ मिलकर सरेराह पीटा। फिर पेट्रोल डालकर उसे आग के हवाले कर दिया। आग की लपटों के घिरी युवती जान बचाने के लिए एक किलोमीटर दूर तक दौड़ती चली गई। इसके बाद कुछ लोगों ने आग बुझाई। साथ ही उसके कपड़े भी बदलवाए। सूचना पाकर पहुंची पुलिस झुलसी युवती को सीएचसी ले गई। वहां से डाक्टरों ने उसे गंभीर हालत में लखनऊ के सिविल अस्पताल रेफर कर दिया।
पीड़िता के मजिस्ट्रेट को दिए गए बयान के आधार पर पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। घटना के वक्त पीड़िता अपने केस के मामले में वकील से मिलने रायबरेली जा रही थी। मामले में पीड़िता के भाई की तहरीर पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की है। उन्नाव के एक गांव की 23 साल की युवती को गांव के ही शिवम त्रिवेदी ने प्रेमजाल में फंसा लिया था। 2017 में वह युवती को शादी का झांसा देकर रायबरेली ले गया था।
पीड़ित युवती के मुताबिक वहां आरोपी ने किराए का कमरा लेकर साथ रख और कई बार दुष्कर्म किया। इस दौरान अश्लील वीडियो बनाकर उसे वायरल करने की धमकी देकर काफी दिनों तक उसका शारीरिक शोषण करता रहा। पिछले साल 19 जनवरी को आरोपी ने रायबरेली सिविल कोर्ट में वैवाहिक अनुबंध पत्र बनवाया। फिर एक महीने तक रायबरेली मेें रखने के बाद उसे उसके गांव छोड़ गया। शादी के दबाव बनाने पर आरोपी उसे जान की धमकी देने लगा।
बकौल युवती आए दिन की धमकियों से वह डर गई और गांव छोड़कर रायबरेली के लालगंज थाना क्षेत्र में अपनी बुआ के यहां रहने लगी। पिछले साल 12 दिसंबर को आरोपी शिवम त्रिवेदी साथी शुभम त्रिवेदी के साथ रायबरेली लालगंज पहुंचा। वहां शादी करने का आश्वासन देकर उसे बाइक से गांव लेकर आ गया। यहां दोनों ने उसके साथ दुष्कर्म किया। पीड़िता के मुताबिक वह सामूहिक दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए बिहार और रायबरेली के लालगंज थाने के चक्कर लगाती रही, लेकिन दोनों थानों की पुलिस एक दूसरे के अधिकार क्षेत्र का हवाला देकर टाल मटोल करती रही।
कहीं भी उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई। इसके बाद उसने वकील के माध्यम से रायबरेली में अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट नंबर 12 व उत्तर प्रदेश महिला आयोग की अध्यक्ष को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई। महिला आयोग की अध्यक्ष के आदेश पर बिहार थाना पुलिस ने इसी साल 4 मार्च और रायबरेली के लालगंज थाना पुलिस ने 5 मार्च को शिवम और शुभम के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म, जान से मारने की धमकी समेत अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की।
बिहार थाना पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करने के बाद विवेचना लालगंज थाने को स्थानांतरित कर दी। इसी साल 19 सितंबर को मुख्य आरोपी शिवम को कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। पांच दिन पहले 30 नवंबर को ही वह जमानत पर जेल से छूटकर आया था। गुरुवार सुबह करीब चार बजे दुष्कर्म पीड़िता अपने मुकदमे की पेशी तारीख के सिलसिले में रायबरेली कचहरी वकील से मिलने जा रही थी। वह अकेले पैदल ही बिहार क्षेत्र के बैसवारा रेलवे हाल्ट स्टेशन जा रही थी।
घर से एक किमी दूर रास्ते में सामूहिक दुष्कर्म के आरोपी शिवम व शुभम समेत पांच लोगों ने उसे घेर लिया। डंडे से सिर और गले पर चाकू से हमला कर दिया। इससे वह सड़क पर गिर गई। इसके बाद आरोपियों ने पेट्रोल और केरोसिन डालकर उसे आग के हवाले कर दिया। उसे लपटों में घिरा देख आरोपी मौके से भाग गए। लपटों से घिरी युवती जान बचाने के लिए बिहार कस्बे की तरफ भागी।
करीब एक किमी दूर स्थित एक मकान व पान की गुमटी के पास खड़े नन्हकऊ, रवींद्र व शिवकरन समेत अन्य ने शोर मचाते हुए भाग रही युवती पर कपड़ा डालकर आग बुझाई। इसके बाद युवती ने हिम्मत नहीं हारी और एक व्यक्ति के मोबाइल से सुबह 4:46 बजे डायल 112 पर सूचना दी। कुछ देर बाद पहुंची पुलिस ने घटना की सूचना लखनऊ के कुछ पुलिस अफसरों को दी।
पुलिस पीड़िता को सीएचसी सुमेरपुर ले गई। वहां से डाक्टर ने उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया। वहां डीएम देवेंद्र कुमार पांडेय और एसपी विक्रांत वीर भी पहुंचे और पीड़िता से बातचीत की। एसडीएम बीघापुर दयाशंकर पाठक ने पीड़िता के बयान दर्ज किए। पीड़िता ने एसडीएम को आपबीती सुनाई। साथ ही आरोपियों के नाम भी बताए। इधर, जिला अस्पताल के डाक्टरों के पीड़िता को सिविल अस्पताल लखनऊ भेज दिया। इधर, पुलिस ने पीड़िता के बयानों के आधार पर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस सभी से पूछताछ कर रही है।
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