मेडिकल कराने पहुंचे युवकों ने ईएमओ को पीटा ...
कहासुनी के बाद मारपीट
उन्नाव में मारपीट की घटना में शनिवार रात मेडिकल कराने जिला अस्पताल पहुंचे युवकों ने ईएमओ (इमरजेंसी मेडिकल अफसर) से मारपीट की। घटना से नाराज स्वास्थ्य कर्मियों ने इमरजेंसी सेवाएं ठप कर दीं। इस दौरान करीब दो घंटे इमरजेंसी सेवा ठप रही। पीड़ित डॉक्टर की तहरीर पर पुलिस ने तीन नामजद सहित पांच युवकों पर रिपोर्ट दर्ज की है।
शहर के मोहल्ला सिविल लाइन निवासी गोलू सिंह व पीडब्ल्यूूडी कालोनी निवासी दीपांशु चौधरी को शनिवार रात 11 बजे करीब कब्बाखेड़ा निवासी बलराम कुशवाहा ने फोन कर महिला थाने के पास बुलाया। दोनों के बाइक से पहुंचते ही 20-25 अन्य साथियों की मदद से उसे पीटकर लहूलुहान कर दिया। दोनों किसी तरह कोतवाली पहुंचे। पुलिस ने घायल गोलू और दीपांशु को मेडिकल के लिए जिला अस्पताल भेजा। इसी बीच दोनों का साथी शहर के दारोगाबाग निवासी अंशू सविता अपने अन्य साथियों के साथ अस्पताल के इमरजेंसी ब्लॉक पहुंच गया। यहां मेडिकल के दौरान अंशू सविता की ईएमओ डॉ. आशीष सक्सेना से मेडिकल जल्दी करने को लेकर कहासुनी के बाद मारपीट शुरू हो गई।
डॉक्टर को पिटता देख लामबंद हुए स्वास्थ्य कर्मियों ने सभी को घेर लिया। मेडिकल कराने पहुंचे गोलू और दीपांशु को छोड़ अन्य आरोपी मौके से भाग निकले। पुलिस जब तक पहुंचती आक्रोशित स्वास्थ्य कर्मियों ने इमरजेंसी ब्लॉक में रात करीब 12 ताला लगा सेवाएं ठप कर दीं। अस्पताल चौकी प्रभारी रामजीत ने मारपीट में घायल गोलू और दीपांशु का निजी अस्पताल में मेडिकल कराया। वहीं सूचना पर भारी फोर्स के साथ पहुंचे कोतवाल दिनेश चंद्र मिश्र ने रिपोर्ट दर्ज शीघ्र आरोपियों को गिरफ्तार करने का भरोसा दिलाया। जिस पर स्वास्थ्य कर्मी शांत हुए। इस दौरान करीब दो घंटे इमरजेंसी सेवा बाधित रही। डा. आशीष की तहरीर पर पुलिस ने गोलू सिंह, दीपांशु चौधरी, अंशू सविता व दो अज्ञात लोगों पर मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट, बलवा, सरकारी कार्य में बाधा, मारपीट, गाली गलौज और जान की धमकी देने की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की है।
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