सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता फांसी पर झूली ...
बंधक बना दरिंदगी का खेल
उन्नाव में दुष्कर्म पीड़िता को जिंदा जला दिए जाने के बाद भी पुलिस की लापरवाही खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। यूपी के कानपुर देहात में सामूहिक दुष्कर्म से आहत छात्रा ने चचेरी बहन के घर में शुक्रवार की रात फांसी लगाकर जान दे दी। शनिवार को उसका शव गांव पहुंचा, तो डीएम व एसपी ने मामले की गंभीरता को गंभीरता से लिया। आनन-फानन प्रेसवार्ता बुलाई और पूरे घटनाक्रम की मीडिया को जानकारी दी।
मामले रूरा पुलिस की सक्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि दरिंदों ने छात्रा को गांव में ही तीन दिन तक बंधक बनाये रखा और पुलिस को भनक तक नहीं लगी। लापता होने के बाद मां-बाप तीन दिनों तक बेटी की तलाश में दर-दर की ठोकरें खाते रहे। उन्हें क्या पता कि वह जिसे तलाश कर रहे हैं उसके साथ घर से चंद कदमों की दूरी पर दरिंदगी की जा रही है। छात्रा की मौत के बाद मामले ने तूल पकड़ा तो शनिवार को कुछ घंटों में ही दो आरोपियों को पुलिस ने दबोच लिया।
अफसरों ने भी गुडवर्क करने वाली टीम की पीठ थपथपा दी। सामूहिक दुष्कर्म से आहत होकर खुदकुशी करने वाली छात्रा छह भाई-बहनों में सबसे बड़ी थी। उस पर घर की सबसे अधिक जिम्मेदारी भी थी। पढ़ाई के साथ-साथ वह घर का कामकाज भी करती थी। छोटे भाई बहनों की देखभाल भी करती थी। इसलिए वह माता-पिता का सहारा भी थी। 13 नवंबर को उसके लापता होने के परिवार के लोग परेशान हो गए। माता-पिता हर संभावित स्थान पर लाडली बेटी की तलाश करते रहे, लेकिन कुछ पता नहीं चला।
इस दौरान माता-पिता और परिवार के अन्य लोग घर से चंद कदम दूर स्थित उस मकान के सामने से गुजरे जहां छात्रा को बंधक बनाकर दरिंदगी का खेल चल रहा था। पुलिस को भी इसकी भनक नहीं लगी। इसके बाद 16 नवंबर को परिजनों ने रूरा थाने में आरोपियों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई। इसकी जानकारी मिलने पर आरोपियों ने उसी दिन छात्रा को बंधन से मुक्त कर दिया। इसके बाद छात्रा परिवार के साथ थाने पहुंची और खुद के साथ हुई दरिंदगी की पूरी दास्तां पुलिस अफसरों को बताई।
इसके बाद भी पुलिस ने मामले को हल्के में लिया। आरोपियों की गिरफ्तारी का प्रयास नहीं किया। पीड़ित छात्रा की मेडिकल रिपोर्ट और मजिस्ट्रेटियल बयानों की कॉपी के इंतजार में बैठी रही। तब तक आरोपी घर से फरार हो गए। सामूहिक दुष्कर्म के आहत छात्रा के जान देने के बाद पुलिस हरकत में आई और आनन-फानन मुख्य आरोपी और उसके चाचा को गिरफ्तार जेल भेज दिया। छात्रा के पिता का कहना है कि आरोपी खुलेआम घूम रहे थे। इसी बात से बिटिया आहत थी।
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