एक गांव में दो दोस्तों की मौत से छाया मातम ...
मानसिक रोगी होने का प्रमाण
कानपुर देहात के रसूलाबाद क्षेत्र के तरौली गांव में शनिवार की रात दो युवकों की मौत हो गई। एक युवक अपने घर में फांसी पर लटकता मिला। दूसरे युवक का शव सड़क के किनारे मिला। उसकी नाक से खून बह रहा था। रविवार को पोस्टमार्टम में एक युवक की हैंगिंग (फांसी) और दूसरे की लीवर व फेफड़ा फटने से हुए अधिक रक्तश्राव से मौत की पुष्टि हुई है।
मरने वाले युवकों के परिजनों ने तहरीर नहीं दी है। पुलिस अपने स्तर से दोनों मामलों की तहकीकात शुरू कर दी है। तरौली गांव निवासी विजय बहादुर अधिवक्ता वीरेंद्र सिंह के ऑफिस में मुंशी का काम करते हैं। उनके बेटे आशीष कुमार (30) का शव रविवार की सुबह बिसधन रोड से कटरा जाने वाले मार्ग पर मिला। आशीष के शरीर पर चोट के निशान दिखाई दे रहे थे। उसकी नाक से खून बह रहा था।
सूचना पाकर मौके पर पहुंचे पुलिस अफसरों ने आशीष के परिजनों से घटना के बारे में पूछताछ की। पिता विजय बहादुर ने पुलिस को बताया कि आशीष का मानसिक संतुलन ठीक नहीं था। उसका मनोचिकित्सक से इलाज भी चल रहा था। आशीष ने कुछ दिनों पहले रसूलाबाद तहसील के अधिवक्ता के वीरेंद्र सिंह पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया था। हालांकि हमले में वीरेंद्र बाल-बाल बच गए थे।
इस मामले में आशीष के खिलाफ हत्या का प्रयास और अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज हुई थी। विवेचना के दौरान विवेचक ने आशीष के मानसिक रोगी होने का प्रमाण मिलने पर धारा 307 हटा दी थी। विजय बहादुर ने आशीष की मौत और शरीर पर आईं चोटों के बारे में कुछ नहीं बता सकें। इधर, इसी गांव में रहने वाले आशीष के दोस्त संजय कुमार (30) का शव उसके कमरे में फांसी पर लटका मिला। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर छानबीन की। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। संजय के पिता रमेश राठौर ने पुलिस को बताया कि बेटे का मानसिक संतुलन ठीक नहीं था। उसका कानपुर नगर के एक मनोचिकित्सक से इलाज चल रहा था। संजय के खुदकुशी करने की वजह रमेश पुलिस को नहीं बता सके।
छह महीने हुई थी संजय की शादी
खुदकुशी करने वाले संजय की शादी छह महीने पहले 13 मई 2019 को सपना के साथ हुई थी। सपना नहिड़ी सुनवर्षा मैथा की रहने वाली है। पति की मौत की खबर सुनते ही सपना बिलख पड़ी। रोते-रोते वह बेहोश हो गई। रिश्तेदारों के मुंह पर पानी की छींटे डालने पर उसे होश आया। इसके बाद लोगों ने उसे सांत्वना देकर शांत कराया।
थाना प्रभारी का बयान
पोस्टमार्टम संजय की फांसी (हैंगिंग) से मौत की पुष्टि हुई है। आशीष की मौत हादसे में होना प्रतीत हो रहा है। पोस्टमार्टम में उसके शराब के नशे में होने की पुष्टि हुई है। दोनों ही मामलों की गहराई से छानबीन की जा ही है। तुलसी राम पांडेय, थाना प्रभारी