पीएचसी में बिजली न होने से नवजात बच्चों की जान पर आफत ...
रुरवाहार पीएसची प्रत्यक्ष उदाहरण
कानपुर देहात । राष्ट्रपति रामनाथ कोविद के गृह जनपद में स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाल है। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण अकबरपुर क्षेत्र की रुरवाहार पीएसची का है। यहां पर महिलाओं के प्रसव की सुविधा तो शुरू कर दी गई, लेकिन नवजात के जन्म के समय पेट में पानी, लार आदि चले जाने पर उसे निकालने में प्रयोग होने वाली सक्शन मशीन ठप पड़ी है।
वजह अस्पताल में बिजली का कनेक्शन न होना है। शुक्रवार को सीएमओ डा. हीरा सिंह पीएचसी का मुआयना करने पहुंचे तो इसका खुलासा हुआ। इस पर सीएमओ ने कर्मचारियों ने फटकार लगाई। साथ ही चिकित्सा अधीक्षक को बिजली के कनेक्शन के लिए प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए।
रुरवाहार पीएचसी में प्रतिदिन करीब 20 से 25 मरीज व प्रसूता आती हैं। ग्रामीण क्षेत्र होने के कारण अक्सर गरीब मरीज ही बेहतर उपचार की आस लेकर यहां आते हैं। शासन की तरफ से जरूरी दवाएं और मशीनें उपलब्ध करा दी गई, लेकिन बिजली न होने की वजह से यहां पर अव्यवस्था का माहौल है। शुक्रवार को औचक निरीक्षण करने पहुंचे सीएमओ को बिजली से चलने वाली सभी मशीनें बंद मिलीं।
वहीं प्रसव के बाद नवजात के पेट में लार, पानी चले जाने व आक्सीजन पर्याप्त मात्रा न पहुंचने पर प्रयुक्त होने वाली सक्शन मशीन धूल फांकते मिली। यह देख सीएमओ को पारा चढ़ गया। सीएमओ ने मशीन का ठीक तरह से रखरखाव करने के निर्देश दिए। साथ ही चिकित्सा अधीक्षक से अस्पताल में बिजली न आने की वजह पूछी।
बताया गया कि अस्पताल में बिजली का कनेक्शन नहीं है। इस पर सीएमओ ने फौरन बिजली कनेक्शन की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए। ताकि प्रसव के बाद नवजात को बेहतर सुविधा मिल सके।
सीएमओ डॉ हीरा सिंह ने बताया कि रुरवाहार पीएचसी में बिजली न होने के कारण सक्शन मशीन ठप मिली थी। तत्काल बिजली कनेक्शन की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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