अपहरण कर सिलाई कारीगर को पीटा ...
आरोपियों की तलाश जारी
कानपुर में पुरानी रंजिश में कानपुर देहात के गजनेर निवासी एक सिलाई कारीगर को आटो सवार युवकों ने अपहरण कर सुनसान जगह ले जाकर जमकर पीटा और मरा हुआ समझकर नौबस्ता क्षेत्र में सड़क किनारे फेंक दिया। राहगीर ने फोन पर पुलिस व परिजनों को सूचना दी।
करीब दो महीने बाद हालत सुधरने पर पीड़ित ने पूरी कहानी बताई। नौबस्ता पुलिस ने गांव के ही छह आरोपियों के खिलाफ अपहरण, हत्या के प्रयास समेत कई धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। कानपुर देहात के गजनेर निवासी हिमांशु ने बताया कि चाचा कारखाने में काम करते थे।
25 जून की सुबह सिलाई कारीगर चाचा धर्मेंद्र नौबस्ता में एक कारखाना मालिक से मिलने के लिए निकले थे। शाम करीब सात बजे नौबस्ता पुलिस ने फोन कर बताया कि धमेंद्र मरणासन्न हालत में पड़े मिले हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
लंबे समय तक इलाज के बाद हालत में सुधार हुआ
परिवार के सदस्य अस्पताल मिलने पहुंचे। वहां उनकी हालत खराब होने पर एक निजी अस्पताल के लिए रेफर करा लिया। लंबे समय तक इलाज के बाद जब हालत में सुधार हुआ। तब धर्मेंद्र ने बताया कि गांव के राजेश, उसका भाई नन्हें, मनोज, अजय, संजय और नन्हें के छोटे दामाद ने सचेंडी से ऑटो में जबरन उनका अपहरण लिया।
जंगल में ले जाकर पीटा और मरा हुआ समझकर सड़क किनारे फेंका
इसके बाद दीपू ढाबा के पीछे जंगल में ले जाकर पीटा और मरा हुआ समझकर नौबस्ता क्षेत्र में सड़क किनारे फेंक दिया। हिमांशु ने बताया कि चाचा के बयान के बाद आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है। पुलिस ने बताया कि मामले की जांच कर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
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