पीएम मोदी के मन की बात में छाईं सोलर दीदी को चाहिए मदद ...
सोलर लालटेन का धंधा ठप
कानपुर देहात के शिवली में पांच साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में बैरी दरियांव की नूरजहां के सौर ऊर्जा पैनल से चार्ज लालटेन के कई घरों में उजाला करने के काम की तारीफ की थी। आधा दर्जन गांवों के घरों को रोशन करने वाली नूरजहां की सोलर लालटेन की रोशनी बुझ गई है।
नूरजहां खराब लालटेनों को ठीक कराने में असमर्थ हो गई हैं। छह महीने से उनका काम पूरी तरह बंद पड़ा है। श्रमिक भारती संस्था ने एक लाख रुपये खर्च कर बेसहारा नूरजहां को सहारा देते हुए पांच सोलर प्लेट, बैटरियां और पचास सोलर लालटेन देकर रोजगार मुहैया कराया था।
वह एक माह में एक लालटेन का सौ रुपये के हिसाब से किराया लेती थीं। इससे नूरजहां पांच हजार रुपये प्रतिमाह कमा लेती थी। वह दिन में लालटेन को सौर ऊर्जा से चार्ज कर लेती थी। लोग खुद नूरजहां के घर आकर लालटेन ले जाते थे। रात में प्रयोग कर बैटरी चार्ज करने के लिए सुबह फिर वापस दे जाते थे। यह लालटेन महिलाओं को घरों में दीपक से निजात दिलाती थी।
साथ ही बच्चों को रात में पढ़ने में काफी मदद करती थीं। मई 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में नूरजहां के सोलर सिस्टम पर आधारित काम के साथ गांवों में रोशनी करने के प्रयास की सराहना की थी। 2016 में प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नूरजहां को लक्ष्मीबाई अवार्ड से सम्मानित कर एक लाख रुपये की सहायता राशि दी थी।
सोलर लालटेन और चार्जिंग स्टेशन की खराबी भारी पड़ गई। अब नूरजहां का सोलर लालटेन का धंधा ठप पड़ गया। नूरजहां ने बताया कि सोलर लालटेन को सही कराने के लिए मदद की जरूरत है। नूरजहां के पुत्र निसार, ईशाक, शमशाद, नाजिम व जुग्गन मजदूरी कर पेट पालने में लगे हैं। नूरजहां की सोलर लाइटों से शिवली के रुदापुर, फंदा, सुजानपुर, बैरी सवाई, बैरीदरियांव, बैरी बस्ता, संभरपुर और बैरी असई दो वर्ष पहले तक रोशन हुआ करते थे।
अब इन गांवों में बिजली पहुंच गई है। नूरजहां के बेटे शमशाद और सुजानपुर गांव के रहने वाले रेडियो जॉकी हरी पांडेय ने बताया कि गांवों में बिजली पहुंचने से सोलर लालटेन की मांग कम हो गई है। सोलर लालटेन चार्ज करने के लिए लगवाई गई बैटरी भी खराब हो चुकी हैं। इस कारण गांवों को रोशन करने के काम आने वाली सोलर लालटेन चार्ज होने की समस्या उत्पन्न हो गई है।
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