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पूर्व ब्लॉक प्रमुख व स्कूल संचालक सहित पांच को जेल ...

46 पेटी शराब, 22 ड्रम केमिकल, खाली सीसी, बार कोड..

कानपुर में बिधनू थाना क्षेत्र के दहली उजागर गांव में पतारा के पूर्व ब्लॉक प्रमुख और स्कूल संचालक की मिलीभगत से चल रही अवैध शराब फैक्ट्री का पुलिस ने मंगलवार रात को भंडाफोड़ कर दिया। ये लोग पिछले कई सालों से देसी मिलावटी शराब बनाकर सरकारी ठेकों में सप्लाई करते थे। फैक्ट्री स्कूल संचालक के घर में ही चल रही थी।

पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर बुधवार को जेल भेज दिया है। एसपी ग्रामीण प्रद्युम्न सिंह के मुताबिक दहली उजागर निवासी जहान सिंह का गांव में ही फूल सिंह एजुकेशन सेंटर नाम से स्कूल है।
वह अपने चचेरे भाई मानसिंह के साथ मिलकर घर पर मिलावटी देसी शराब बनाता था। जानकारी होने पर पुलिस ने देर रात छापा मारा तो मौके से पांच लाख की 46 पेटी शराब, 22 ड्रम केमिकल, खाली सीसी, बार कोड आदि मिले।
पुलिस ने दोनों चचेरे भाइयों के साथ ही ड्राइवर बृजपाल सिंह को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की। इसमें पता चला कि पतारा के पूर्व ब्लॉक प्रमुख व कंठीपुर घाटमपुर निवासी प्रदीप वर्मा भी फैक्ट्री में हिस्सेदार हैं। इसके बाद प्रदीप और कैंधा सचेंडी निवासी मोहित सिंह को भी दबोचा गया। पुलिस ने वैगनआर कार, टाटा मैजिक और एक बाइक भी बरामद की है।

 पूर्व ब्लॉक प्रमुख का ठेका सील, निरस्त होगा लाइसेंस

आरोपियों ने बताया है कि वे लोग सरकारी ठेकों में शराब की सप्लाई करते थे। इन लोगों ने जिन ठेकों के बारे में जानकारी दी है, आबकारी व एलआईयू ने वहां के बारे में जानकारी जुटानी शुरू कर दी है। सैंपल भी लिए जा रहे हैं। आशंका है कि इन ठेकों पर बड़ी मात्रा में मिलावटी शराब खपाई जा रही थी।

वहीं पूर्व ब्लॉक प्रमुख का भी एक सरकारी ठेका है। यहां से भी मिलावटी शराब बेची जाती थी। पुलिस ने इस ठेके को सीज कर दिया है। आबकारी विभाग ने लाइसेंस निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

दादानगर से खरीदते हैं केमिकल

सीओ ने बताया कि आरोपी मोहित का काम शराब बनाने के लिए केमिकल उपलब्ध करवाना था। मोहित ने बताया कि वह दादानगर स्थित एक फैक्टरी से केमिकल खरीदकर लाता था। उसे प्रति ड्रम दो हजार रुपये मिलते थे।

पुलिस के मुताबिक मोहित शराब माफिया अंकित सचान (बरौल कानपुर देहात निवासी) के साथ काम करता है। अंकित पर गैंगस्टर लग चुका है। इसमें भी उसकी भूमिका है। जल्द ही अंकित की भी गिरफ्तारी होगी।

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Comments

  • स्थानीय क्षेत्रवासी

    पत्रकार महोदय, समाजवादी पार्टी से २ बार ब्लॉक प्रमुख रहे प्रदीप वर्मा के बारे में इस मामले में पूरे क्षेत्र में आम जानकारी है कि इनको फंसाया गया है जबकि न तो ये मौके पर थे, न ही इनकी दुकान या घर से कोई रिकवरी हुयी, और न ही जाँच में ही इस मामले से कोई कनेक्शन मिला, जबकि इनकी शराब दुकान में भी उसी दिन रेड की गयी | आपने तो एकतरफा रिपोर्टिंग कर दी है, गिरफ़्तारी के बाद पूर्व प्रमुख का मीडिया के सवाल-जबाब जो आपने संभवतः काट दिया है या म्यूट कर दिया है उसका भी बिना एडिट/म्यूट किये हुए वीडियो जारी करना चाहिए था |

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