1993 मुंबई बम ब्लास्ट का आरोपी कानपुर नगर से गिरफ्तार ...
जलीस बॉम्ब बनाने का मास्टर
डॉक्टर बम के नाम से मशहूर 1993 मुंबई बम ब्लास्ट के आरोपी जलीस अंसारी को यूपी एसटीएफ ने शुक्रवार को कानपुर नगर से गिरफ्तार कर लिया। वह 21 दिन की पैरोल समाप्त होने से ठीक एक दिन पहले फरार हो गया था। यूपी डीजीपी ने प्रेस कांफ्रेंस कर ये जानकारी दी और उसे मीडिया के सामने लाया गया। (प्रेस कांफ्रेस में लाया गया जलीश अंसारी)
1993 मुंबई ब्लास्ट मामले में फरार आरोपी जलीस अंसारी काे शुक्रवार दोपहर विशेष जांच दल (एसटीएफ) ने उत्तर प्रदेश के कानपुर से गिरफ्तार किया है। डीजीपी ओम प्रकाश (ओ. पी. सिंह) ने बताया कि वह एक मस्जिद से निकल कर रेलवे स्टेशन जा रहा था। जलीस पैरोल पर मुम्बई से फरार हुआ था। 26 दिसम्बर को 3 सप्ताह के लिए पेरोल पर छोड़ा गया था। 50 से अधिक बम विस्फोट और आतंकवादी घटनाओं में उसका नाम है। वह उत्तर प्रदेश (यूपी) के माध्यम से देश छोड़ने की फिराक में था। उसको कानपुर से गिरफ्तार कर लखनऊ लाया गया है।
मुंबई में 1993 में हुए बम ब्लास्ट का मोस्ट वांटेड आतंकी डॉक्टर जलील अंसारी मुंबई से पुष्पक एक्सप्रेस ट्रेन में कानपुर के लिए बैठा था। वह कानपुर के सेंट्रल स्टेशन पर उतरा था। इसके बाद वह फेथफुलगंज स्थित ऊंची मस्जिद गया। जहां पर जाकर उसने वहां के मुतवल्ली के पास अपना सामान व बैग रख दिया और अगल-बगल टहलने लगा।
एसटीएफ ने जब उससे पूछताछ की तो बताया कि जब से वह 26 वर्ष बाद पैरोल पर छूट के आया है उसके बाद पत्नी और बच्चों से अक्सर झगड़े होते रहते थे। जिससे परेशान हो गया था और घर छोड़ कर निकल गया। उसने बताया कि 30 वर्ष पुराने दोस्त फेथफुलगंज में रहते थे। दोस्त का नाम अब्दुल रहमान और अब्दुल कयूम था। जिनसे 30 वर्ष पुरानी दोस्ती थी।
यहां आकर पता चला कि अब्दुल रहमान की दुर्घटना में मृत्यु हो गई और अब्दुल कयूम यहां शहर में नहीं है तो उसने ऊंची मस्जिद सामान रख दिया। वहीं नमाज पढ़कर निकला और अगल-बगल के लोगों से बातचीत करते हुए ऐसा जताने लगा कि जैसे वह स्थानीय निवासी है। फिर वह एक छोटे बच्चे के साथ रेलवे स्टेशन तक गया। रेलवे स्टेशन के बाहर वह बच्चे को छोड़कर चला गया।
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