फांसी लगाकर जान दी, अंतिम संस्कार का सामान भी खरीदकर रखा ...
दिल के रोगी ने खोदी अपनी कब्र
कानपुर देहात के सिकंदरा थाना क्षेत्र के डुबकी गांव में राजमिस्त्री असलम खां (55) ने बुधवार को कब्र खोदने के बाद घर में रस्सी से फांसी लगा ली। गुरुवार सुबह काफी देर तक कमरे से न निकलने पर भाई ने जाकर देखा, तो शव फंदे से लटका मिला।
फांसी लगाने से पहले उसने सुपुर्द ए खाक की तैयारी के लिए कफन व अन्य सामान खरीद कर बक्से में रख दिया था। सुसाइड नोट में उसने कब्र खोदने व कफन खरीदकर रखने जाने का जिक्र किया है। साथ ही ह्दय रोग की बीमारी होने के चलते खुदकुशी करने की बात लिखी है।
डुबकी गांव निवासी लुकमान ने बताया कि बड़े भाई असलम खां को छह साल से ह्दय रोग की बीमारी थी। शादी के एक वर्ष के अंदर ही उनकी पत्नी का निधन हो गया था। बीमारी और पत्नी की मौत से चलते वह तनाव में रहते थे। पत्नी की मौत के बाद से असलम उसके साथ ही रहते थे।
लुकमान व असलम खां ढिकौली मवाना मेरठ में रहकर शौचालय बनाने का काम कर रहे थे। होली के 15 दिन पहले दोनो गांव आए थे। लुकमान ने बताया कि बुधवार की शाम खाना खाने के बाद भाई अपने घर सोने चले गए।
गुरुवार सुबह वह काफी देर तक कमरे से बाहर नहीं निकले, तो घर अंदर जाकर देखा। उनका शव कमरे में धन्नी से रस्सी के सहारे लटक रहा था। दरवाजा अंदर से बंद था। इसकी सूचना पाकर रसधान चौकी प्रभारी आनंद शर्मा मौके पर पहुंचे और दरवाजा तुड़वाकर शव नीचे उतरवाया। असलम की जेब से सुसाइड नोट मिला।
इसमें हार्ट की बीमारी होने के चलते आत्महत्या करने की बात लिखी है। बक्से में अंतिम संस्कार का सामान खरीद कर रखने व कब्र के लिए स्थान चिंह्ति करने का जिक्र किया है। उसने गांव के गौरीशंकर के दो सौ रुपये वापस करने के लिए लिखा है। घटना के बाद से मृतक के परिजन बिलखते रहे। चौकी प्रभारी ने बताया कि मामला खुदकुशी का है।
Leave a Reply