तीन की हार्ट अटैक और एक की निमोनिया से मौत ...
सर्दी का सितम
कानपुर:- मेडिसिन के प्रोफेसर डॉ. जेएस कुशवाहा ने बताया कि ठंड में पुराने रोगी एहतियात बरतें। इसके साथ ही कोरोना से बचाव के लिए मास्क लगाकर ही बाहर निक लें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।
शीत लहर में फ्लू और कोरोना का हमला तेज होने के साथ हृदय रोगियों की हालत बिगड़ रही है। कुछ रोगियों में फ्लू के संक्रमण के बाद निमोनिया हो जा रहा है। इससे रोगियों का ब्लड प्रेशर गिर रहा है। इसके साथ ही ठंड से नसों में सिकुड़न आने से रोगियों को एंजाइना हो रहा है।
गुरुवार को तीन रोगियों की हार्ट अटैक और एक रोगी की निमोनिया से मौत हो गई। इसके साथ ही हैलट इमरजेंसी में ब्रेन अटैक के रोगी भी भर्ती किए गए हैं। निमोनिया रोगियों का ऑक्सीजन लेवल नीचे गिर रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि रोगी मास्क लगाकर निकलें, फ्लू के लक्षण बहुत दिनों तक बने रहें तो कोविड की भी जांच करा लें।
गुरुवार को बारिश होने की वजह से हैलट ओपीडी में रोगियों की संख्या कम रही है। जो रोगी आए उनमें फ्लू संक्रमण के रोगियों की संख्या अधिक रही। कार्डियोलॉजी में दादानगर निवासी मनोज (55) और किदवई नगर निवासी घनश्याम (62), जाजमऊ के उसमान (70) की हार्ट अटैक से मौत हुई।
गीतानगर के रहने वाली राजेश्वरी (62) की निमोनिया से मौत हो गई। उनका इलाज काकादेव के अस्पताल में चल रहा था। मेडिसिन के प्रोफेसर डॉ. जेएस कुशवाहा ने बताया कि ठंड में पुराने रोगी एहतियात बरतें। इसके साथ ही कोरोना से बचाव के लिए मास्क लगाकर ही बाहर निक लें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।
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