एक घंटे तक हंगामा बच्ची का इलाज इमरजेंसी में शुरू ...
इलाज करने से मना करने पर परिजनों ने किया हंगामा
उन्नाव। बुखार आने पर बच्ची को एसएनसीयू लेकर पहुंचे परिजनों से एसएनसीयू के डॉक्टर ने बाहर से दवा मंगाई। बाद में इलाज करने से मना कर दिया। आरोप है कि डाक्टर ने दवा भी वापस नहीं की। जिस पर हंगामा होने लगा। गार्ड ने हंगामा शांत कराया। बाद में बच्ची का इलाज इमरजेंसी में शुरू किया गया।
शहर के मोहल्ला एबीनगर निवासी शकील की एक माह की बच्ची अलीना को तेज बुखार के साथ दस्त आ रहे थे। वह मंगलवार रात लगभग 11 बजे उसे लेकर महिला जिला अस्पताल के एसएनसीयू (सिक न्यूबार्न केयर यूनिट) पहुंचे। जहां ड्यूटी पर रहे डॉक्टर ने बच्ची को देखने के बाद परिजनों को बाहर से दवा, इंजेक्शन विगो व हैंडवॉश लाने का पर्चा थमा दिया। शकील ने बताया परिवार के लोग बाहर से दवा और अन्य सामान लेकर आए और डॉक्टर को दिया।
डॉक्टर ने बच्ची को इंजेक्शन लगा यह कहकर इलाज करने से मना कर दिया कि वह डेढ़ माह की है और इमरजेंसी के लिए रेफर बना दिया। परिजनों ने आरोप लगाया कि लगभग आठ सौ रुपये की दवा लाया था जब वह वापस मांगी तो डॉक्टर ने देने से इनकार दिया। इसका विरोध जताने पर डॉक्टर ने बाहर निकाल दिया। बाहर से दवा मंगाने के बाद इलाज करने से मना करने और दवा व अन्य सामान वापस न करने पर परिवार के लोग भड़क उठे। लगभग एक घंटे तक हंगामा चलता रहा। हंगामा की जानकारी पाकर पहुंचे सुरक्षा गार्ड ने किसी तरह समझा बुझाकर उन्हें शांत कराया। इमरजेंसी ड्यूटी पर रहे डा. आशीष सक्सेना ने बताया कि बाहर से दवा लिखी गई थी जिसका पर्चा भर्ती फाइल में संलग्न है। बच्ची भर्ती है। उसे झटका देकर बुखार आ रहा था, इलाज किया जा रहा है।
Leave a Reply