कानपुर और पीलीभीत के जिलाधिकारी, सरकार ने लिया संज्ञान ...
जनता कर्फ्यू के दौरान लोगों के साथ सड़कों पर बजाई घंटी
पीलीभीत डीएम वैभव श्रीवास्तव ने लोगों के साथ सड़कों पर मार्च करते हुए घंटी बजाई। बता दें कि 22 मार्च को जनता कर्फ्यू लगाया गया था।
कानपुर/पीलीभीत-: जनता कर्फ्यू (Janta Curfew) के दौरान कानपुर और पीलीभीत जिले के जिलाधिकारियों (District Magistrate) की बड़ी लापरवाही सामने आई है। दोनों ही जगह के जिलाधिकारियों ने रविवार शाम को पांच बजे कोरोना वारियर्स के सम्मान में ताली और घंटी बजाने के लिए पुलिसबल और आमलोगों के साथ सड़कों पर घूमते नजर आए। पीलीभीत डीएम वैभव श्रीवास्तव ने लोगों के साथ सड़कों पर मार्च करते हुए घंटी बजाई, जबकि कानपुर डीएम डॉक्टर ब्रह्मदेव राम तिवारी और एसएसपी अनंतदेव तिवारी पुलिसबल के साथ घंटी और ताली बजाते नजर आए। दोनों का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल है।
दरअसल, दोनों ही अधिकारियों ने जनता कर्फ्यू के उस उद्देश्य की अनदेखी की जिसमें लोगों के जमावड़े को रोकते हुए सामाजिक तौर पर दूरी (Social Distancing) बनानी थी। वायरल वीडियो में दोनों डीएम अपने मातहतों व आमजनों के साथ सड़कों पर तालियां और घंटियां बजाते नजर आए। बड़ा सवाल यह है कि जिन अधिकारियों पर ही लॉकडाउन को लागू करवाने की जिम्मेदारी है, अगर वे खुद ही नियमों की धज्जियां उड़ाएंगे तो आमजन का क्या होगा?
दोनों ही वीडियो में एक बात तो साफ है कि कानपुर व पीलीभीत डीएम ने जनता कर्फ्यू के दौरान जिस नियमों और निर्देशों का पालन करना था उसे नहीं किया। वो भी तब जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस बात को लेकर बेहद गंभीर हैं कि कोरोनावायरस को किसी भी स्थिति में हलके में नहीं लेना है। इसे स्टेज टू से स्टेज थ्री में जाने से रोकना है।
पीलीभीत सांसद वरुण गांधी ने डीएम, एसपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की
उधर पीलीभीत से बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने इस वीडियो का संज्ञान लेते हुए डीएम और एसपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इसके अलावा विपक्षी दल और बीजेपी नेता भी अब सामने आ रहे हैं। इस बीच सरकार ने भी वीडियो का संज्ञान लिया है और रिपोर्ट तलब की है।
डीएम-एसपी ने दी सफाई
इस बीच डीएम और एसपी का सफाई भी सामने आया है। जनता कर्फ्यू के दौरान वे गश्त पर थे। इस दौरान लोगों की हौसला आफजाई के लिए शंख और घंटी बजाई गई थी।
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