एमबीबीएस छात्रा की मौत के बाद मेडिकल छात्रों में आक्रोश ...
गम और गुस्सा ......
कानपुर में एमबीबीएस फाइनल वर्ष की छात्रा अमृता की आत्महत्या से जीएसवीएम मेडिकल कालेज के छात्र-छात्राओं में गम और गुस्सा भरा हुआ है। अमृता की मौत को छात्र-छात्राएं प्रबंधन की लापरवाही मान रहे हैं। इस सब के बाद देर रात कॉलेज कैंपस में मेडिकल छात्र छात्राओं ने कैंडिल मार्च निकाला और अमृता को श्रद्धांजलि दी।
शनिवार को मेडिकल कालेज में छुट्टी कर दी गई। कालेज प्रबंधन ने अमृता की आत्मा की शांति के लिए डेढ़ बजे एलटी-3 में शोक सभा रखी थी, लेकिन हंगामे की आशंका और खुफिया की रिपोर्ट पर इसे टाल दिया गया। मेडिकल कालेज की प्राचार्य डॉ. आरती लालचंदानी ने बताया कि सोमवार को शोकसभा होगी। गणतंत्र दिवस के बाद सुरक्षा के भी इंतजाम हो जाएंगे। पता चला कि घटना को लेकर चिकित्सा शिक्षकों में दो गुट हो गए हैं।
एक गुट लापरवाही का आरोप लगा रहा है। उसका कहना है कि छात्रा में डिप्रेशन के लक्षण थे, उस पर नजर रखी जानी चाहिए। पानी से डरना, अकेले रहना और सुसाइड की बात करना ये अवसाद की ओर संकेत देते हैं। इससे पता चलता है कि रोगी के दिमाग में खुदकुशी का ख्याल चल रहा है। चिकित्सा शिक्षकों का दूसरा गुट सफाई देने में लगा है कि वे बच्चों का पूरा ख्याल रखते हैं। ये सब दुर्भावना के कारण कहा जा रहा है। इसके अलावा छात्र-छात्राओं में आक्रोश है।
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