धर्म प्रचार कर रहें प्रचारकों से संदेह के आधार पर पूछताछ ...
दिल्ली और बिहार के 15 संदिग्धों
कानपुर के सजेती और घाटमपुर की मुस्लिम बस्तियों में लोगों से संपर्क कर रहे 15 संदिग्धों को बृहस्पतिवार को पुलिस ने पकड़ लिया। सजेती थाने ले जाकर इनसे पूछताछ की गई तो 11 के पास दिल्ली के जगतपुरी और चार के पास बिहार के अलग-अलग जिलों के पहचान पत्र मिले। पूछताछ में संदिग्धों ने बताया कि वे मुस्लिम परिवारों में शिक्षा और धर्म प्रचार प्रसार करने तब्लिक जमात में निकले हैं।
पहचान पत्र देखने के बाद पुलिस ने सभी को छोड़ दिया। हालांकि इंटेलीजेंस की टीम सतर्क हो गई है। आईबी अफसरों का कहना है कि सभी संदिग्धों के पास दिल्ली में पीएफआई (पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) के गढ़ वाले इलाके का पहचान पत्र है। इसलिए इनकी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। सजेती के गुजेला गांव में मुस्लिम बस्ती में संपर्क करते देख स्थानीय लोगों ने इन संदिग्धों से पूछताछ शुरू की तो जानकारी देने में ये लोग आनाकानी करने लगे।
इस पर पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस गुजैनी से सात संदिग्धों को थाने ले गई। पूछताछ में बताया कि नौ साथी घाटमपुर में हैं। इसके बाद घाटमपुर पुलिस की मदद से आठ संदिग्धों को सजेती थाने लाया गया। एक साथी का पता नहीं चला। इनके पास से मिले आधार कार्ड से पता चला कि ये लोग दिल्ली और बिहार के हैं। पूछताछ में संदिग्धों ने बताया कि वे लोग 40 दिन की जमात में निकले हैं।
इस दौरान उन्हें मुस्लिम परिवारों में शिक्षा का प्रचार-प्रसार करना है। इसके पहले उनकी टोली मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद और हमीरपुर में रुकी थी। इन्होंने अपना नाम दिल्ली के जगतपुरी निवासी शाहिद, आदिल, उस्मान, आमिर, राहिल, आमीन, अहमद, अदनान, शफीकुद्दीन, फुजैल और बिहार निवासी शादाब, लियाकत, कासिम व वसीम बताया। इंस्पेक्टर सजेती राकेश कुमार मौर्या ने बताया कि सबके पहचान पत्र की फोटो कॉपी, मोबाइल नंबर और अन्य जानकारियां लेकर छोड़ दिया गया है।
पीएफआई के गढ़ वाले इलाके के हैं संदिग्ध
आईबी अफसरों का कहना है कि संदिग्धों ने जमात में आने की जानकारी दी है लेकिन वे किस संस्था से जुड़कर वेलफेयर कार्यक्रम कर रहे हैं, इस बारे में कुछ नहीं बता पाए। उनके पास किसी रजिस्टर्ड संस्था का पेपर भी नहीं है। 11 के पास दिल्ली के जगतपुरी का पहचान पत्र मिला है। दिल्ली पुलिस और सेंट्रल आईबी को जानकारी भेजकर पतों की जानकारी कराई जा रही है। अफसरों का कहना है कि सीएए के विरोध में दिल्ली में हिंसा और उपद्रव करने वाले पीएफआई के ज्यादातर सदस्य जगतपुरी इलाके से ही पकड़े गए हैं। इस इलाके को पीएफआई का गढ़ माना जाता है।
फ़िलहाल प्राप्त जानकारी अनुसार कोई भी व्यक्ति किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त नही पाया गया है। पूछताछ में दी गई सभी जानकारियां सही एवं संतोषजनक निकली जिस के आधार पर सभी को जाने की अनुमति दे दी गई है-इंस्पेक्टर सजेती राकेश कुमार मौर्या
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