दवा व्यापारी पार्षद मारपीट मामला ...
पुलिस सूत्रों के अनुसार प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया....
कानपुर में जीटी रोड पर दवा कारोबारी अमोल दीप भाटिया से मारपीट के मामले में सोमवार को पुलिस को घटना के तीन प्रत्यक्षदर्शी मिल गए। तीनों ने पुलिस को बताया कि वारदात के वक्त थार कार के चालक को अर्टिका सवार और राहगीरों ने चारों ओर से घेर रखा था। एसीपी ने तीनों के बयान दर्ज किए हैं।
शनिवार रात कार ओवरटेक करने को लेकर पार्षद पति अंकित शुक्ला, उसके दोस्तों सत्येंद्र बाजपेई, अंकुर सिंह राजावत उर्फ रिषभ सिंह, यशस्वी शुक्ला और सूरज तिवारी व दवा करोबारी अमोल दीप सिंह भाटिया के बीच जमकर मारपीट हुई थी। पुलिस ने दोनों पक्षों से एफआईआर दर्ज की थी।
प्रकरण में पार्षद पति पक्ष पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित होने के बाद सभी आरोपियों ने जेसीपी कार्यालय में समर्पण कर दिया था। मामले की विवेचना रायपुरवा थाने में तैनात एसआई जय सिंह कर रहे हैं। पुलिस को घटना में अब तक न तो कोई काम का फुटेज मिला और न कोई प्रत्यक्षदर्शी मिला था।
अभी उनके गवाह बनने को लेकर संशय
सोमवार को एसीपी अनवरगंज सृष्टि सिंह, थाना प्रभारी अंकिता वर्मा व विवेचक के साथ घटना स्थल का निरीक्षण करने पहुंचीं। उन्होंने आसपास रहने वालों से पूछताछ की। तीन लोग ऐसे मिले, जिन्होंने घटना का प्रत्यक्षदर्शी होने का दावा किया। हालांकि अभी उनके गवाह बनने को लेकर संशय है।
दोनों ओर से अपने लोगों को बुला लिया गया
पुलिस सूत्रों के अनुसार प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि थार को अर्टिका सवार लोगों ने और राहगीरों ने घेर रखा था। थार सवार जब बाहर आया, तो उस पर हमला हो गया। इसके बाद दोनों ओर से अपने लोगों को बुला लिया गया। उनके बीच भी जमकर मारपीट हुई। सूचना पर पुलिस आई, तो पहले थार सवार लोगों को अपने साथ ले गई।
अरविंद के नाम पर ली गई थी थार
पुलिस की जांच में पता चला कि दवा कारोबारी अमोल दीप सिंह भाटिया जिस थार गाड़ी से पत्नी गुनीत के साथ जा रहे थे, वह कार अरविंद कौर के नाम से पंजीकृत है। उसका पंजीकरण एक अक्तूबर 2015 को हुआ था। पुलिस अब अरविंद कौर का पता लगाने में जुटी है। इधर पुलिस को घटना स्थल वाली रात की दो फुटेज भी मिले हैं, जिसका सत्यापन किया जा रहा है।
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