12 साल बंद है एक्सरे जांच सेवा, जांच के नाम पर मजाक ...
प्राइवेट सेंटर का सहारा
हसनगंज। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में वर्षों से खराब एक्सरे मशीन की मरम्मत कराने को स्वास्थ्य अधिकारी तैयार नहीं हैं। रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती न होने से मरीजों को जांच सुविधा का लाभ भी नहीं मिल रहा है। ऐसे में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मरीजों के लिए मजाक बनकर रह गया है। जांच के नाम पर मरीजों को हर रोज हजारों रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रतिदिन 400 से अधिक मरीज पहुंचते हैं। अस्पताल में क्षय रोग की ओपीडी भी चलती है। हालांकि क्षय रोग से पीड़ित मरीजों को एक्सरे जांच सेवा का लाभ नहीं मिल रहा। एक्सरे जांच के लिए उन्हें प्राइवेट सेंटर जाना पड़ता है। सीएचसी में गर्भवती महिलाओं को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रेडियोलॉजिस्ट न होने से अस्पताल में आने वाली महिलाओं को अल्ट्रासाउंड जांच सेवा का लाभ नहीं मिल रहा। उन्हें प्राइवेट सेंटर का सहारा लेना पड़ता है। जहां जांच के नाम पर उनसे मोटी रकम वसूली जाती है। सीएचसी अधीक्षक डा. पवन कुमार ने बताया कि एक्सरे मशीन 2007 में खराब हुई थी। एक्सरे मशीन की मरम्मत के लिए सामान का आर्डर कर दिया गया था। आर्डर पहुंच गया है जल्द ही एक्सरे मशीन की मरम्मत करा दी जाएगी। जबकि रेडियोलॉजिस्ट न होने से अल्ट्रासाउंड जांच नहीं हो पा रही है। रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती के लिए सीएमओ को पत्र लिखा गया है।
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