कानपुर में पुलिस ने घरों में जाकर दी चेतावनी ...
सीएए का विरोध
सीएए के विरोध में बंदी का आह्वान करने के मामले में कानपुर में पुलिस ने कर्नलगंज समेत शहर के कई अलग-अलग इलाकों से 150 सौ से अधिक लोगों को बुधवार सुबह ही हिरासत में ले लिया था। सभी को पुलिस लाइन ले जाया गया।
देर रात कुछ को चेतावनी देकर छोड़ा गया जबकि तकरीबन सौ लोग अभी भी हिरासत में हैं। पुलिस जुलूस का नेतृत्व करने और उसमें शामिल होने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करेगी। कर्नलगंज, बेकनगंज, चमनगंज, चकेरी समेत कई अन्य जगहों से पुलिस ने कई संगठनों के पदाधिकारियों समेत डेढ़ सौ से अधिक लोगों को बुधवार सुबह हिरासत में लेकर पुलिस लाइन ले गई।
एसपी पश्चिम डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि इन सभी से पूछताछ की गई। कुछ लोगों को छोड़ दिया गया। अधिकतर लोग अभी भी हिरासत में हैं। एसपी ने बताया कि अभी तक की जांच में पता चला है कि इन सभी ने भीड़ जुटाई थी। इसलिए सभी केखिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी।
सीएए और एनआरसी के विरोध में महिलाओं ने दिया धरना
कानपुर के जाजमऊ ईदगाह में बुधवार को सीएए और एनआरसी के विरोध में मुस्लिम महिलाओं ने धरना दिया। अंत में चकेरी पुलिस ने उन्हें समझाकर वापस भेजा। जाजमऊ ईदगाह में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में शाम चार बजे करीब 50 मुस्लिम महिलाएं जाजमऊ ईदगाह में इकट्ठा हुईँ। इसके बाद सभी धरने पर बैठ गईं। सूचना पर चकेरी इंस्पेक्टर रणजीत राय, जाजमऊ चौकी प्रभारी अनुराग सिंह, चकेरी चौकी इंचार्ज अतुल कुमार सिंह, रामादेवी चौकी इंचार्ज श्रीगौतम फोर्स के साथ पहुंचे। महिलाओं को समझाकर शांत कराया गया। रणजीत राय ने बताया कि महिलाएं बिना किसी अनुमति के धरना दे रहीं थीं। उन्हें धरना न देने की सलाह दी गई। इस पर उन्होंने पुलिस का पूरा सहयोग किया।
घरों में जाकर दी चेतावनी
बंदी की जानकारी पुलिस को पहले से ही थी। इसलिए पुलिस ने पहले से ही कार्रवाई शुरू कर दी थी। मंगलवार रात से ही पुलिसकर्मी लोगों के घरों में जाकर चेतावनी दी कि वह सभी बंदी में शामिल न हों। धारा 144 लागू है, इसलिए प्रदर्शन भी न करें। पर, कोई नहीं माना और लोग सड़क पर उतर आए।
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