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प्रधान के आगे नतमस्तक रहती थी पुलिस ...

शादी का झांसा देकर शारीरिक शोषण

उन्नाव में गुरुवार की सुबह सामूहिक दुष्कर्म की शिकार युवती को आरोपियों ने साथियों के साथ मिलकर सरेराह पीटा। फिर पेट्रोल डालकर उसे आग के हवाले कर दिया। आग की लपटों के घिरी युवती जान बचाने के लिए एक किलोमीटर दूर तक दौड़ती चली गई। इसके बाद कुछ लोगों ने आग बुझाई। साथ ही उसके कपड़े भी बदलवाए।
आरोपियों पर कार्रवाई के लिए पीड़िता को ढाई माह तक रायबरेली के लालगंज व उन्नाव के बिहार थाना पुलिस के चक्कर लगाने पड़े। पीड़िता के पिता का आरोप है कि एक आरोपी के पिता व ग्राम प्रधान के पति के सत्तादल के लोगों से नजदीकी होने से पुलिस ने उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की। कोर्ट और महिला आयोग के दबाव में पुलिस ने रिपोर्ट तो दर्ज की, लेकिन आरोपी को जेल नहीं भेजा।
पुलिस की ढिलाई से आरोपियों के हौसले इतने बढ़ गए कि उन्होंने गुरुवार को बेटी को पेट्रोल व केरोसिन डालकर जला दिया। गुरुवार सुबह दुष्कर्म पीड़िता को जलाए जाने की सूचना पर उसका पिता सीधे जिला अस्पताल पहुंचे। यहां बेटी के लखनऊ रेफर होने पर वह फूट-फूटकर रो पड़े। उन्होंने बताया कि 12 दिसंबर 2018 को आरोपियों ने बेटी से दुष्कर्म किया। इससे पहले मुख्य आरोपी शिवम शादी का झांसा देकर शारीरिक शोषण कर रहा था।
पूरी तरह टूट चुकी बेटी अगले दिन रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए बिहार थाने पहुंची। मामला प्रधान के बेटे से जुड़ा होने पर पुलिस ने जांच की बात कह उसे चलता कर दिया। इसके बाद पीड़िता रायबरेली के लालगंज थाना पहुंची। यहां भी प्रधान के पति के दबाव में पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज न कर जांच की बात कह बेटी को चलता कर दिया।
इस पर उसने रायबरेली कोर्ट और महिला आयोग की अध्यक्ष से न्याय की गुहार लगाई। कोर्ट और महिला आयोग के दबाव में पुलिस ने रिपोर्ट तो दर्ज की पर किसी आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर सकी। छह माह बाद 19 सितंबर 2019 को आरोपी ने कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। दूसरा आरोपी प्रधान पुत्र की अभी तक गिरफ्तारी नहीं हो सकी।

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