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स्वाइन फ्लू के लक्षणों वाले पांच रोगी ...

ऐसे करें बचाव

कानपुर में तापमान के अंतर का असर लोगों की नसों पर पड़ रहा है। थोड़े-थोड़े अंतराल में तापमान के घटने-बढ़ने से नसें सिकुड़ती हैं। इससे खून का थक्का जमने लगता है जिससे हार्ट और ब्रेन अटैक पड़ जाता है। इसके साथ ही मौसम का मिजाज लोगों की सांस फुला रहा है जिससे रोगियों को सीओपीडी, अस्थमा का अटैक पड़ जाता है।

गुरुवार को 11 रोगियों की मौत हो गई है। इनमें पांच हार्ट अटैक, तीन ब्रेन अटैक और तीन रोगी सीओपीडी के अटैक से मर गए हैं। सीएमओ डॉ. अशोक शुक्ला ने लोगों से एहतियात बरतने की अपील की है। बाबूपुरवा के रहने वाले जमाल (62) को गुरुवार शाम हार्ट अटैक पड़ गया। परिजन पहले किदवईनगर स्थित नर्सिंहगहोम ले गए। इसके बाद रोगी को कार्डियोलॉजी लाया गया लेकिन मौत हो गई। इसी तरह आवास-विकास के विनोद मेहरोत्रा (65), रावतपुर की रजनी देवी (58) की हार्ट अटैक से मौत हुई है। कल्याणपुर की विमलेश देवी (65) की हार्ट अटैक से मौत हुई। सरसौल के किशोर सोनकर (54) की भी हार्ट अटैक से मौत हुई है। इन रोगियों को कार्डियोलॉजी लाया गया।

नानकारी के रहने वाले राजेश कुमार (55) को ब्रेन अटैक पड़ गया। उन्हें कल्याणपुर के नर्सिंगहोम ले जाया गया लेकिन मौत हो गई। इसी तरह झाड़ीबाबा के मुस्तकीम (65) और जनरलगंज के विनोद (55) की ब्रेन अटैक पड़ने से मौत हुई। परिजनों ने बताया कि रोगियों की तबियत अचानक बिगड़ी थी। कर्नलगंज की अनीसा (48), पटकापुर के राघव (67) की सीओपीडी से मौत हुई। इनका इलाज डॉ. मुरारीलाल चेस्ट हॉस्पिटल में ओपीडी स्तर पर चल रहा था। गुरुवार रात नवाबगंज के जसवीर (55) की सीओपीडी से मौत हो गई। हैलट के मेडिसिन के प्रोफेसर डॉ. जेएस कुशवाहा ने बताया कि तापमान के उतार-चढ़ाव से हार्ट, ब्रेन अटैक और सीओपीडी के मरीजों की तबियत बिगड़ रही है।

बीपी, शुगर, कैंसर के मरीज ढूंढेगा स्वास्थ्य विभाग

संचारी रोग प्रकोष्ठ के बैनर तले डायबिटीज, हाई ब्लडप्रेशर, कैंसर और लकवा के मरीजों को ढूंढने का अभियान चलाया जाएगा। 16 जनवरी से 15 फरवरी से स्क्रीनिंग अभियान चलाया जाएगा। रामादेवी स्थित सीएमओ कार्यालय में हुई बैठक में कहा गया कि स्क्रीनिंग करके डायबिटीज, ब्लड प्रेशर आदि मरीजों को पहले से चिन्हित कर लिया जाए तो उन्हें हार्ट अटैक, ब्रेन अटैक आदि रोगों से बचाया जा सकता है। कैंसर रोगियों को समय से उपचार मिल सकेगा। स्वास्थ्यकर्मी घर-घर जाकर रोगियों की स्क्रीनिंग करेंगे।

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